अवधनामा संवाददाता
हम खुदा हाफ़िज़ चैप्टर 2 अग्नि परीक्षा के निर्माता शिया समुदाय के कुछ लोगों द्वारा व्यक्त की गई आपत्ति को ध्यान में रखते हुए और इस के लिए माफी मांगते हैं कि ‘हक हुसैन’ गाने के कुछ भाग ने अनजाने में उनकी भावनाओं को आहत किया है। समुदाय के कुछ लोगों ने ‘हुसैन’ शब्द और ज़ंजीर के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई थी।
हमने हर तरीके से गाने में बदलाव करने का फैसला किया है। CBFC सेंसर बोर्ड के परामर्श से, हमने गाने से ज़ंजीर छुरी हटा दिए हैं और हमने ‘हक हुसैन’ गाने के बोल को ‘जुनून है’ में बदल दिया है। बता दें कि फिल्म में किसी भी शिया समुदाय के सदस्य को गलत तरीके से कैद नहीं किया गया है और न ही फिल्म में शिया समुदाय के किसी व्यक्ति को किसी पर हमला करते हुए दिखाया गया है। यह गीत इमाम हुसैन (ra) की महिमा का जश्न मनाने के लिए पवित्र इरादे से बनाया गया था और इरादा कभी भी धार्मिक भावनाओं को आहत करने का नहीं था।हमने स्वेच्छा से शिया संप्रदाय की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए उपरोक्त परिवर्तन फिल्म में किए हैं।