अवधनामा संवाददाता
आजमगढ़। दी डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन,दिया धरना का जनपद चक्रमण सैपा पत्रक। धरने की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष महेन्द्र प्रताप सिंह एड0 ने किया तथा संचालन करते हुए संघ के मंत्री अजय कुमार सिंह एड० ने बताया कि मुख्य राजस्व अधिकारी, आजमगढ़ व उपसंचालक चकबन्दी (न्यायिक) आजमगढ़ द्वारा न्यायालय कक्ष में अमर्यादित व्यवहार किया जाता है। न्यायालय की गरिमा के विपरीत उनके द्वारा आचरण किया जाता है। वादकारियों के हितों के विपरीत उनके द्वारा कार्य किये जा रहे हैं। कानून कायदा का पालन नहीं किया जा रहा है व न्यायिक प्रक्रियाओं के विरूद्ध उनके द्वारा कार्य किये जा रहे हैं। निगरानी की पत्रावलियों में मूल पत्रावली तलब नहीं की जाती। चक निगरानी की पत्रावलियों में अभिलेख तलब नहीं किये जाते। यदि किसी वाद में कोई पक्ष वाद विचाराधीन रहते हुए मर जाता है तो उसका प्रतिस्थापन उनके द्वारा नहीं किया जाता है। धारा 30 रा0सं0 व धारा 28 भू०रा०अधि० के वादों को कानून के विरूद्ध पोषणीय न मानकर निरस्त कर दिये जाते हैं तथा आदेश में यह भी उल्लेख किया जाता है कि भविष्य में यदि कोई पक्ष पुपन प्रार्थना पत्र दाखिल करे तो उससे एक बड़ी रकम जो 2000 से 5000 तक राजकीय कोष में जमा कराकर तब पुर्नस्थापन प्रार्थना पत्र लिया जाय। इस प्रकार से उनके द्वारा काफी अवैधानिक कार्य किये जा रहे हैं, जिससे वादकारियों का काफी नुकसान हो रहा है। अधिवक्ताओं से आये दिन विवाद करते हैं और जनपद से सटे कुछ ही दूरी पर उनका गाँव है। जनपद आजमगढ़ में इनकी काफी रिश्तेदारियों हैं, जिसके कारण इनके द्वारा वादक को न्याय नहीं मिल पा रहा है, जिसके कारण दी डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन, आज के अधिवक्तागण आन्दोलित हैं तथा जनपद आजमगढ़ से इनके स्थानान्तरण की मांग करता है। इस सम्बन्ध में श्रीमान् जिलाधिकारी महोदय, आजमगढ़ व श्रीमान् आयुक्त महोदय, आजमगढ़ मण्डल, आजमगढ़ से वार्ता की गयी, लेकिन उनके कार्य प्रणाली में कोई बदलाव नहीं हो रहा है, जिसके कारण हम अधिवक्तागण सड़क पर उतर कर धरना प्रदर्शन और आन्दोलन करने को बाध्य हो गये हैं। धरने को श्री देवकरन सिंह एड0, श्री सुरेन्द्र सिंह एड०. मुम्ताजुज्जमा एड०, राजेश राय एड०. सुबाष राय एड०. रणविजय यादव एड०, जयप्रकाश यादव एड०, प्रदीप कुमार मिश्र एड०, रामजी अस्थाना एड0, बृजेश यादव एड0, लौटूराम मौर्य एड०, दयाशंकर सिंह एड० आदि ।