अवधनामा संवाददाता
सहारनपुर। ऑल इंडिया मिल्ली कौंसिल के तत्वावधान में विश्व नशा मुक्ति दिवस पर आयोजित संगोष्ठी में युवाओं को नशे से होने वाले दुष्परिणामों से सचेत करते हुए नशा छोड़ने को प्रेरित किया गया।
ग्राम घघरोली स्थित जामियां रहमत मदरसा में ऑल इंडिया मिल्ली कौंसिल के तत्वाधान में विश्व नशा मुक्ति दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि प्रपन्नाचार्य जसमोर ने कहा कि आज पूरी दुनिया में मादक द्रव्यों के सेवन की आम प्रथा, विशेषकर युवा पीढ़ी जो गंभीर मादक द्रव्यों की लत से पीड़ित हैं, हर विचारक के लिए एक बहुत ही चिंताजनक स्थिति है, सभी एहतियाती उपाय किए जाने के बावजूद नशीली दवाओं के उपयोग की दर में वृद्धि जारी है। उन्होंने कहा कि नशा को सभी धर्मों में एक बुरी प्रथा के रूप में घोषित किया गया है।इस दुनिया में सबसे प्यारी चीज है इंसान और दुनिया की सभी चीजें इंसान के लिए हैं लेकिन आज इंसान को बुरी चीजों से ज्यादा ज्यादा प्यार है जिसके लिए समाज में जागरूकता लाने की जरूरत है। जब कोई बच्चा पैदा होता है और विकसित होने लगता है, तो उस समय उसे लत नहीं लगती, लेकिन जब वह बड़ा हो जाता है, तो उसे नशे की लत लग जाती है। यहाँ पता चलता है कि हमने उसके प्रशिक्षण में सुस्ती की है। वक्ताओं में मौलाना बुरहान, मौलाना अब्दुल खालिक, मुस्तजाब जैदी, मौलाना दिलशाद, चौधरी हाशिम, प्रधान अब्दुल कय्यूम घघरोली, नदीम चौधरी और अन्य शामिल रहे। कार्यक्रम में विशेष रूप से विभागों के प्रमुखों, सामाजिक और सुधार संगठनों के जिम्मेदारों और विद्वानों और इमामों समेत मौलाना सलमान मुगीसी कारी एहसान, कारी शमीम, मौलाना सुफियान, कारी मुदस्सिर आदि ने भाग लिया। अध्यक्षता मास्टर मुहम्मद युसुफ ने की और जिलाध्यक्ष ऑल इंडिया मिल्ली कॉन्सिल मौलाना डॉ.अब्दुल मालिक मुगीसी ने संचालन किया।