- शीर्ष 10 ओटीटी प्लेटफॉर्म्स में से एक और भारत का शीर्ष ऑडियो प्लेटफॉर्म बना
- अगले साल 10 मिलियन एक्टिव पेईंग सब्सक्राईबर हासिल करने की ओर तेजी से अग्रसर
नई दिल्ली। भारत में ऑडियो कंटेंट श्रोताओं की वृद्धि और इसकी लोकप्रियता बढ़ने के साथ, अग्रणी ऑडियो कंटेंट प्लेटफॉर्म, कुकू ने आज घोषणा की कि इसके सब्सक्राईबर्स की संख्या हाल ही में 1 मिलियन एक्टिव पेईंग सब्सक्राईबर्स से ज्यादा हो गई है। कुकू एफएम ने अभी तक ब्लूचिप वीसी जैसे क्राफ्टन, वर्लिनवेस्ट, वर्टेक्स, 3वन4 कैपिटल, और आईक्यू से 25 मिलियन अमेरिकी डॉलर एकत्रित कर लिए हैं। कंटेंट सब्सक्राईबर के मामले में भारत एक संभावनापूर्ण क्षेत्र के रूप में उभरा है, जहां शीर्ष ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के पास 100 मिलियन से ज्यादा सब्सक्राईबर हो चुके हैं, जिनमें से ज्यादातर इंग्लिश का ज्ञान रखने वाले हैं। क्षेत्रीय भाषाओं पर कुकू एफएम के फोकस के साथ इस उत्पाद की महत्वाकांक्षा 1.2 बिलियन भारतीयों में सब्सक्राईबर्स बनाना है, जिन्हें इंग्लिश का ज्ञान नहीं हैं।
पूर्व आईआईटियन और टॉपर एग्ज़िक्यूटिव्स लाल चंद बिसु, विनोद कुमार मीना, और विकास गोयल द्वारा स्थापित इस प्लेटफॉर्म ने एक साल की छोटी अवधि में 27 गुना की अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की है।
लाल चंद बिशु, सीईओ एवं को-फाउंडर ने कहा, ‘‘यह उपलब्धि देश में हर महत्वाकांक्षी युवा के लिए ऑडियो कंटेंट प्राप्त करने का लोकप्रिय साधन बनने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। हमारे विस्तृत होते प्लेटफॉर्म ने विभिन्न कंटेंट क्रिएटर्स की ओर से प्रेरणाप्रद कंटेंट के साथ हमें अपने श्रोताओं को स्थिर अनुभव प्रदान करने में समर्थ बनाया है और हमारे व्यवसाय के लिए वृद्धि का एक सशक्त मार्ग प्रशस्त किया है। हमें विश्वास है कि हम सर्वाधिक भारतीय घरों में पहुंचकर अगले साल 10 मिलियन पेड सब्सक्राईबर बना लेंगे।’’
कुकू की स्थापना साल 2018 में तीन संस्थापकों ने की ताकि भारत के छोटे शहरों में युवाओं को स्थानीय भाषाओं में उच्च गुणवत्ता का कंटेंट प्राप्त हो सके। बिसु खुद एक किसान के बेटे हैं, जिन्हें इंग्लिश नहीं आती थी और उन्होंने आईआईटीजेईई की परीक्षा भी हिंदी में दी। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गुणवत्ता के कंटेंट की स्थानीय भाषाओं में उपलब्धता में कमी इसके संस्थापकों ने अपने जीवन के सफर में भी महसूस की, जिससे उन्हें इस समस्या का हल निकालने का प्रोत्साहन मिली।
सबसे ज्यादा बोलने वाली चिड़िया के नाम पर बना कुकू एफएम एक ऑडियो ओटीटी प्लेटफॉर्म है, जहां भारत के युवा लोग ऑडियोबुक्स और ऑडियो शो अपनी मातृभाषा में सुनने आते हैं। कुकू एफएम का पहला सब्सक्राईबर एक अनाज व्यापारी था, जो अपने व्यवसाय को बढ़ाना और चाणक्य नीति द्वारा रणनीति बनाना सीखना चाहता था। गुवाहाटी से 23 वर्षीय यूपीएससी प्रत्याशी, अरुण भगत सिंह, गेंगिस खान, और बाबा साहेब अंबेडकर जैसी हस्तियों की जीवनियां सुनता है। इंदौर से 30 वर्षीय रमेश एटॉमिक आदतों का सारांश सुनकर अपने दिन की शुरुआत करता है, ताकि वह अपनी फैक्ट्री के काम में ज्यादा उत्पादक बनकर काम कर सके। इन लोगों के लिए इनके कंटेंट का हर हिस्सा उन्हें रात की फिक्र और दिन की बोरियत से निजात दिलाता है।
विज्ञापनों को महत्व न देकर यूज़र की समस्याओं को हल करने पर केंद्रित, कुकू एफएम के पास 1 मिलियन से ज्यादा एक्टिव पेड सब्सक्राईबर हैं। कुकू एफएम पर 7 भारतीय भाषाओं में कार्यक्रम प्रसारित होते हैं। इसके द्वारा हाल ही में दक्षिण भारतीय भाषाओं में ऑडियो कंटेंट शुरू किया गया है, जिसे माह दर माह 80 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि दर प्राप्त हो रही है। अन्य कंपनियों ने भारतीय बाजार में ऊपर से नीचे की रणनीति का पालन कर कंटेंट पहले इंग्लिश में लॉन्च किया, लेकिन कुकू एफएम ने नीचे से ऊपर का रुख अपनाया और उन यूज़र्स की समस्याओं का समाधान किया, जिनकी स्थिति ज्यादा गंभीर है। इसके बाद यह लगातार आगे बढ़ता गया।
30,000 क्रिएटर्स के साथ कुकू एफएम का 50 प्रतिशत कंटेंट एक्सक्लुसिव रूप से इसी प्लेटफॉर्म के लिए बनाया गया है, और केवल कुकू एफएम पर उपलब्ध है। कुकू एफएम अपने प्लेटफॉर्म पर ऑडियोबुक्स, कहानियों, किताब के सारांश, कोर्स और पोडकास्ट का 150,000 घंटों का कंटेंट प्रस्तुत करता है। यह कंटेंट सेल्फ-हैल्प, एजुकेशन, एंटरटेनमेंट, पर्सनल फाईनेंस, आध्यात्मिकता, और इतिहास में फिक्शन एवं नॉन-फिक्शन की विस्तृत शैलियों में उपलब्ध है। वर्तमान में यह कंटेंट 7 भाषाओं, हिंदी, तमिल, तेलुगू, कन्नड़, मलयालम, बंगाली, और मराठी में प्रस्तुत किया जाता है।