भड़काऊ भाषण देने पर नूपुर शर्मा, नवीन जिंदल समेत 9 लोगों के खिलाफ FIR

0
80

नई दिल्ली। पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी के चलते भाजपा के पूर्व नेता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल अब फंसते दिख रहे हैं। इसी के मद्देनजर सोशल मीडिया पर झूठ फैलाने और समुदाय विशेष के खिलाफ भड़काऊ बयान पर अंकुश लगाने के लिए दिल्ली पुलिस अब सख्ती से पेश आ रही है। पुलिस की आइएफएसओ टीम ने नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल सहित 9 लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। बुधवार को दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि घृणित संदेश में समूहों को उकसाने और हानिकारक माहौल बनाने की कोशिश की गई है।

वहीं दिल्ली पुलिस ने भड़काऊ बयान को लेकर आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) पार्टी प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर भी एफआइआर (FIR on Asaduddin Owaisi) दर्ज कर ली है। इसमें स्वामी यति नरसिम्हानंद का भी नाम शामिल है।

इन 9 लोगों पर हुई FIR

पुलिस के मुताबिक प्राथमिकी में नूपुर शर्मा, नवीन कुमार जिंदल, शादाब चौहान, सबा नकवी, मौलाना मुफ्ती नदीम, अब्दुर रहमान, गुलजार अंसारी, अनिल कुमार मीणा और पूजा शकुन के नाम शामिल हैं। इस बीच, दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को कहा कि उसने भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा को सुरक्षा इसलिए मुहैया कराई है क्योंकि विवादास्पद धार्मिक टिप्पणियों के बाद उन्हें जान से मारने की धमकी मिल रही थी।

सोशल मीडिया संस्थाओं की भूमिका की भी होगी जांच

बता दें कि एक टीवी डिबेट में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित विवादास्पद टिप्पणी के लिए भाजपा नेता नूपुर शर्मा के निलंबन के बाद यह मामला सामने आया है। पुलिस ने कई व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की है। इसके साथ ही पुलिस झूठी सूचनाओं को बढ़ावा देने में विभिन्न सोशल मीडिया संस्थाओं की भूमिका की भी जांच करेगी।

हाल ही में भाजपा से निलंबित हो चुके दोनों नेता

गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को अपनी प्रवक्ता नूपुर शर्मा और नेता नवीन जिंदल को समुदाय विशेष के खिलाफ कथित भड़काऊ टिप्पणी के बाद पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया था। दोनों नेताओं को निलंबित करते हुए भाजपा ने कहा कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है और हर उस विचारधारा के खिलाफ है जो किसी भी संप्रदाय या धर्म का अपमान करती है।

खाड़ी देशों ने जताई थी आपत्ति

बता दें कि पूर्व भाजपा नेता की टिप्पणी के बाद उनपर तीन एफआइआर पहले ही हो चुकी है। वहीं उनकी विवादित टिप्पणी पर खाड़ी देशों ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। जिसके बाद भारत ने सफाई देते हुए कहा कि उसने अल्पसंख्यकों के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है।

यह है पूरा मामला

बता दें कि नूपुर के खिलाफ एफआइआर का सिलसिला तब चालू हुआ जब एक वायरल वीडियों में यह दावा किया गया कि नूपुर ने एक टीवी शो पर ज्ञानवापी मस्जिद पर बहस के दौरान पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की है।

Also read

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here