परम्परा, आस्था या अंधविश्वास का खेल

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सोखा द्वारा डीह बांधकर गांव को सुरक्षित करने का किया दावा 
अवधनामा संवाददाता
बोदरवार, कुशीनगर। आज भी सोखाओ और ओझाओं का बोलबाला विज्ञान और आधुनिकता पर भारी पड़ता नजर आया।सोखाओं ने डीह को बांधकर गांव को हर प्रकार के महामारी से चतुर्दिक सुरक्षित करने का दावा किया। यहां आधुनिकता पर आस्था और अंधविश्वास हावी रहा।
विकास खंड मोतीचक के पोखरभिंडा नं एक गांव में सोमवार को एक ऐसा नजारा देखने को मिला जहां पूरा गांव डीह राजा के स्थान पर इकट्ठा था। ढाल, मंजीरा, मृदंग बज रहा था।पीली धोती पहने चार सोखा पचरा गाते हुए लोगों के आकर्षण के केन्द्र बने हुए थे। ग्रामप्रधान शेषनाथ सिंह से जब इस विशाल आयोजन के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि डीह तंत्र मंत्र द्वारा सोखा लोग बांध रहे हैं ताकि गांव में करोना महामारी,अकाल मृत्यु और धनजन की हानि न हो। सभी लोग सुखी और निरोग रहें। ग्राम पंचायत के नवनिर्वाचित युवा सदस्य परमेश्वर सिंह, हरिनिषाद, बलराम सिंह, गोविंद शर्मा, शमशेर अली, सुरेश भारती का कहना है कि डीह बंधने के बाद भूत, प्रेत, टोना से ग्रसित लोग एकदम स्वस्थ हो जायेंगे। कोई भी न तो बीमार पड़ेगा न तो बेरोजगार रहेगा। गांव के कुछ अति गरीब अंत्योदय कार्ड धारकों ने अपना नाम न छापने का अनुरोध करते हुए बताया कि नवनिर्वाचित ग्राम पंचायत के नुमाइंदों ने जबरिया तीन माह का राशन डीह बंधवाने के नाम पर वसूल कर लिया है। केवल हम लोगों का ही नहीं पूरे कार्ड धारकों से तीन माह का राशन लिया है। जो लोग  मना करने पर राशन कार्ड निरस्त कर देने का धमकी दे रहे हैं। सोखा लोगों से बात करने पर बताया गया कि पूरे गांव के मुखिया डीह राजा हैं लेकिन गांव पर उनका नियंत्रण नहीं है। इसी कारण कोरोना महामारी, अकाल मृत्यु, गरीबी, बेरोजगारी है। डीह बंधने के बाद सब कुछ ठीक हो जायेगा। गांव चारों तरफ़ से सुरक्षित हो जायेगा।
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