अवधनामा संवाददाता
किशोरियों ने पेंटिंग प्रतियोगिता के माध्यम से दर्शाई चिंता
ललितपुर। कंपनी बाग में स्वास्थ्य विभाग ने सैडो (सिक्योरिटी ऐंड डेवलपमेंट ऑफ वूमेन) ग्रुप के साथ मिलकर राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। इस दौरान विभिन्न गतिविधियों आयोजित की गई। इस दौरान किशोरियों से अधिक से अधिक पौधरोपण करने का आह्वान किया गया। रविवार को सुबह 7.30 बजे सैडो (सिक्योरिटी ऐंड डेवलपमेंट ऑफ वूमेन) ग्रुप ने स्वास्थ्य विभाग के साथ मंच साझा करते हुए विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में पेंटिंग प्रतियोगिता, मेहंदी प्रतियोगिता व निबंध प्रतियोगिता आयोजित की। इस दौरान पर्यावरण के संबंध में उपस्थित किशोरियों व बच्चों को जागरूक किया। इसमें विभिन्न एनजीओ के प्रतिनिधियों की सहभागिता रही। आरबीएसके के डीईआईसी मैनेजर डॉ सुखदेव पंकज ने कहा की किशोर किशोरी पर्यावरण प्रहरी बन कर पर्यावरण संरक्षण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाए। हाल ही में माहवारी स्वच्छता दिवस भी मनाया गया। किशोरियों को माहवारी की समस्या होने पर झिझकने की जरूरत नहीं है, तुरंत महिला अस्पताल में नियुक्त काउंसलर से संपर्क करें। सैडो ग्रुप के अनुराग चतुर्वेदी ने कहा कि पर्यावरण संतुलन को बनाए रखना जरूरी है। पौधरोपण से ही इस समस्या का स्थाई हल निकलेगा। एड. मुकेश साहू ने कहा कि कोरोना काल में लोगों को ऑक्सीजन की कमी पड़ी। कई लोगों को ऑक्सीजन की कमी के कारण अपनी जान गवाना पड़ी। ऐसा समय दुवारा न आए, इसलिए हम सभी को ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने होंगे। कार्यक्रम के अंत में कंपनी बाग परिसर में एक पौधा भी रोपा गया। कार्यक्रम में पार्षद आलोक जैन मयूर, सेडो ग्रुप के अनुराग चतुर्वेदी संस्थापक, प्रीति शुक्ला निदेशक, मुकेश साहू उपाध्यक्ष, अजीत संगठन प्रभारी, परशुराम साहू मीडिया प्रभारी एवं मोहनी, पूर्णिमा, भावना, दीक्षा, रीता, नीतू, श्रद्धा, स्वाति,प्रतीक्षा, सुधीर त्रिपाठी, संजय,सामाजिक कार्यकर्ता चांदनी, रोहित नामदेव और सीएमओ कार्यालय की ओर से डीईआईसी मैनेजर डॉ सुखदेव पंकज और किशोर स्वास्थ्य काउंसलर राजेंद्र मिश्रा उपस्थित रहे। उधर, रघुवीर सिंह राजकीय महाविद्यालय के पास स्थित कांशीराम कॉलोनी परिसर में भी स्वास्थ्य विभाग ने विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। इस दौरान पौधरोपण कर लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया गया। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अजय भाले ने कहा कि सुनामी, भूकंप, भूस्खलन, हिमपात, तूफान आदि धरती के लिए खतरा बन गए हैं और यह सब प्रकृति को हो रहे नुकसान के कारण हैं। विश्व पर्यावरण दिवस मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना भी है।
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