मण्डलायुक्त की ग्राम सदभावना योजना चढ़ी परवान
मण्डलायुक्त, झाँसी मण्डल द्वारा जनपद ललितपुर में भी की गई सद्भावना ग्राम योजना की शुरूआत
ग्राम पंचायत मिर्चवारा सद्भावना ग्राम का दर्जा हासिल करने वाली मण्डल की दूसरी व जनपद ललितपुर की पहली ग्राम पंचायत बनी
पंचायत चुनाव के दौरान उपजी गुटबाजी को पीछे छोड़ हारे व जीते हुए सभी प्रधान उम्मीदवारों ने लगाया हम साथ साथ है का नारा
सद्भावना ग्राम के रूप में घोषित होने से ग्राम पंचायत को मिला विशिष्ट दर्जा विकास योजनाओं में ग्राम सभा को मिलेगी प्राथमिकता
कुशल प्रधान के रूप में अब जाने जाएगें प्रधान जी। हारे हुए प्रधान उम्मीदवार भी अब कहे जाएंगे विकास सलाहकार
ललितपुर। जिले की मिर्चवारा ग्राम पंचायत ने सद्भावना ग्राम का दर्जा हासिल कर अनूठी मिशाल कायम किया हैं। मण्डलायुक्त डा.अजय शंकर पाण्डेय की प्रेरणा से आज निवर्तमान ग्राम प्रधान मुकेश कुमार निरंजन ने कुशल प्रधान के रूप में सम्मानित होकर जनपद को गौरवान्वित किया। इतना ही नही इस ग्राम सभा के हारे हुए प्रधान पद के उम्मीदवारों ने गुटवाजी को पीछे छोड़ ग्रामीण विकास में सहभागिता का संकल्प लेकर विकास सलाहकार का सम्मान भी हांसिल किया।
मण्डलायुक्त द्वारा फरवरी 2022 से सद्भावना ग्राम योजना को झाँसी मण्डल के जनपदों में लागू किया था। योजना का उद्देश्य हारे व जीते हुए सभी प्रधान पद के उम्मीदवारों के बीच पंचायत चुनाव की राजनीतिक गुटबाजी और कड़वाहट खत्म कर गांव के विकास में आने वाली रूकावटों को दूर करना था। सद्भावना ग्राम योजना के बारे में उप निदेशक (पंचायत) डा.संजय कुमार यादव द्वारा उपस्थित सभी ग्रामवासियों को जानकारी देते हुए बताया गया कि मण्डलायुक्त महोदय की प्रेरणा से योजना का संचालन किया जा रहा हैं। मण्डल की सभी ग्राम पंचायतों के प्रधान व बी.डी.सी. सदस्यों को फरवरी माह में ही मण्डलायुक्त की तरफ से इस योजना को लागू करने हेतु पत्र लिखा गया था। फीडबैक प्रपत्र के माध्यम से सभी प्रधानों ने इस योजना को सकारात्मक पहल बताते हुए इसे लागू करने का संकल्प व्यक्त किया था। इसी कड़ी में आज मिर्चवारा ग्राम पंचायत में आयोजित विशेष ग्राम सभा में मण्डलायुक्त द्वारा स्वयं उपस्थित होकर ग्राम प्रधान व उनकी पूरी टीम के कार्यो की सराहना की गई और सम्मानित भी किया गया। मण्डलायुक्त द्वारा अन्य सभी प्रधानों से अपनी ग्राम पंचायत को सद्भावना ग्राम बनाने की अपील की गई। योजना की जानकारी देते हुए उनके द्वारा बताया गया कि सद्भवना ग्राम के रूप में घोषित ग्राम पंचायत को विकास कार्यो में विषेष प्राथमिकता दी जाएगी। विकास सलाहकार व कुशल प्रधान को अब अधिकारियों से मिलने के लिए इन्तजार नही करना पड़ेगा। इतना ही नही अधिकारी अब अपने चैम्बर में कुशल प्रधान का खड़े होकर सम्मान करेगें। आमतौर पर यह देखा जाता हैं कि पंचायत चुनाव के दौरान ग्राम सभा में हार-जीत, कांटे की टक्कर, कड़ा मुकावला, पराजित कर दिया जैसे शब्दों के प्रयोग से नकारात्मक वातावरण बन जाता हैं। चुनाव तो समाप्त हो जाते है लेकिन यह नकारात्मक वातावरण चुनाव के बाद भी कायम रहता है और गांव के विकास में बाधक बनता है। ऐसे में इस नकारात्मक माहौल को समाप्त करने का सबसे बड़ा उत्तरदायित्व जीते हुए प्रधान को ही निभाना चाहिए। जीते हुए प्रधान के सार्थक प्रयास से इस नकारात्मकता को समाप्त कर गांव को सद्भावना ग्राम बनाना ही सद्भावना ग्राम योजना का लक्ष्य हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष ने भी मण्डायुक्त की इस पहल की सराहना की गई व इसे गुणवत्ता पूर्ण विकास के लिए तथा गांव में समरसता/सौहार्द का माहौल बनाए जाने के लिए जरूरी बताया। सीडीओ अनिल कुमार पाण्डेय ने सद्भावना ग्राम योजना को पूरे जनपद में लागू करने के संकल्प से अवगत कराया। जिलाधिकारी आलोक सिंह ने मण्डलायुक्त की अनूठी पहल के महत्व के बारे में सभी को अवगत कराया व इसे जनपद की अन्य ग्राम पंचायतों में लागू करने हेतु अधिकारियों को निर्देशित भी किया। इस अवसर पर उप निदेशक (पंचायत) झाँसी मण्डल डा.संजय कुमार यादव, मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार पाण्डेय, खण्ड विकास अधिकारी राजेश कुमार, नवीन मिश्रा जिला पंचायत राज अधिकारी, डी.सी.मनरेगा, उप जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आदि अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहें।
ऐसा पहली बार
प्रधान और प्रधानी के चुनाव में खड़े हुए सभी प्रत्याशी एक साथ एक मंच पर आये। सभी ने एक-दूसरे को माला पहनाई। प्रधान ने अपने चुनावी प्रतिद्वन्दी को विकास सलाहकार की पद्वी दी और उन्हें बैच पहनाया तथा प्रधानी के सभी प्रत्याशियों ने प्रधान को कुशल प्रधान का बैच लगाया। प्रधान और सभी प्रत्याशियों ने गांव के विकास में एकमत होकर काम करने की शपथ ली।
फोटो-पी1
कैप्सन- सदभावना ग्राम में छात्राओं को सम्मानित करते मण्डलायुक्त
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