अवधनामा संवाददाता
सहारनपुर। हिन्दू जागरण मंच के प्रांत सम्पर्क प्रमुख ठा.सूर्यकांत सिंह ने कहा कि हिन्दू विरोधी शक्तियां समाज को भावुकता का ढांेग करके दबाव में लेने का प्रयास कर रही है। उन्होंने जमीयत उलेमा हिन्द के नेता मौलाना असद मदनी के मुस्लिम शासकांे पर दिये गये बयान को घोर निंदनीय बताया।
प्रान्त संपर्क प्रमुख ठा.सूर्यकांत सिंह शंकराचार्य आश्रम शाकम्भरी देवी मंदिर परिसर में हिन्दू जागरण युवा वाहिनी व हिन्दू राष्ट्र रक्षकों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हिन्दू विरोधी शक्तियां हिन्दू समाज को भावुकता का ढोंग करके दबाव में लेने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि देवबंद मे जमीयत उलेमा के नेता मौलाना असद मदनी ने पुराने जमाने के मुस्लिम शासको पर अर्थात औरंगजेब इत्यादि पर टिप्पणी करने पर आपत्ति की है, वह घोर निन्दनीय है क्या ऐसा व्यक्ति जिसने सन् 1665 मे होली दीवाली मनाने पर प्रतिबंध लगाया हो, 1669 व 1670 मे क्रमशः काशी व मथुरा के विश्वेश्वर एवं कृष्ण मंदिर को नष्ट करने के फरमान जारी किये हो, ऐसे व्यक्ति को महिमामंडित करके मदनी ने अपनी हिन्दुत्व विरोध आकांक्षा का प्रदर्शन किया है। उन्होंने चेतावनी दी कि या तो ऐसी घिनौनी हरकतो से बाज आए अन्यथा हिन्दू जागरण मंच के कार्यकर्ता उनको कड़ा प्रत्युत्तर दंेगे। उन्होंने कहा कि हमें अपने मान बिंदुओ तीर्थ स्थानो की भी चिंता करनी होगी। सिद्ध पीठ शाकम्भरी तीर्थ उत्तर भारत का अन्तर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त तीर्थ है। इसकी शुचिता दिव्यता व ऐश्वर्यता बनाए रखना सहारनपुर जनपद के प्रत्येक हिन्दू राष्ट्र रक्षक का दायित्व है। कुछ समय से असामाजिक तत्वांे, मुनाफाखोंरो व स्थानीय दुकानदारो की छीनाझपटी आदि के कारण तीर्थ स्थल की छवि खराब हो रही है, जो हिन्दू समाज के लिए चिन्ता का विषय है। इससे तीर्थ यात्रियांे पर बुरा प्रभाव पडता है। हिन्दू जागरण मंच के कार्यकर्ताओ ने निर्णय लिया कि समाज के सहयोग से जून माह से अपने 25 वालिन्टियर मेला क्षेत्र मे तैनात करेगा, जो मंेले मे तीर्थ यात्रियांे के संरक्षण सुविधा व सुगमता की व्यवस्था करने मे सहयोग करंेगे। इस अवसर पर शंकराचार्य आश्रम के प्रभारी स्वामी सहजानंद महाराज ने सभी कार्यकर्ताओ को आशीर्वाद दिया तथा इस पुनीत कार्य को तीर्थ क्षेत्र की बहुत बडी आवश्यकता बताया। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर तीर्थ क्षेत्र मे सुविधाओ का अभाव है, वही दूसरी ओर स्वीकृत योजनाओ को भी लागू करने मे घोर उपेक्षा की जा रही है। इस समय यहा पर पानी की घोर समस्या है। शासन से ट्यूबवैल स्वीकृत भी किया जा चुका है, तो भी जलकल विभाग ट्यूबवेल के निर्माण मे कोई रूचि नही ले रहा है, जो बहुत ही चितांजनक है। गंदगी प्रसाधन की व्यवस्था भी तीर्थ क्षेत्र में दयनीय है जिसमे सुधार किया जाना अति आवश्यक है। इस अवसर महंत सुंदरदा,स वंश वर्मा, संजू मित्तल, नीरज मित्तल, राजू कालरा, प्रदीप ठाकुर, दीपक सोम, शिवम जोगी, जगदीश, डा.योगेश सैनी, जिले सिंह आदि उपस्थित रहे।