अवधनामा संवाददाता
सोनभद्र/सिंगरौली भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल), सीएमडी भोला सिंह एवं निदेशकमंडल के नेतृत्व में देश की लगातार बढ़ रही ऊर्जा जरूरतों के अनुरूप कोयला उत्पादन व प्रेषण हेतु प्रतिबद्ध है । एनसीएल ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में उत्पादन व प्रेषण के साथ वित्तीय मापदण्डों पर भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। वित्तीय वर्ष 2020-21 के अंत में जहां एनसीएल के उपभोक्ताओं पर लगभग 3118 करोड़ की देनदारी बकाया थी वहीं वित्तीय वर्ष 2021-22 के अंत में यह लगभग 62 प्रतिशत की कमी के साथ 1182.72 करोड़ रह गयी है |
एनसीएल ने वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाहीं के सापेक्ष वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में 17 प्रतिशत से अधिक बढ़त के साथ 36.07 मिलियन टन उत्पादन, लगभग 16 प्रतिशत की बढ़त के साथ 33.5 मिलियन टन प्रेषण तथा लगभग 13 प्रतिशत बढ़त के साथ 103.55 मिलियन क्यूबिक मीटर अधिभार हटाया है |
यही नहीं, अगर कंपनी के वित्तीय आँकडों को देखें तो वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में एनसीएल का कर-पूर्व लाभ (पीबीटी) 2255.69 करोड़ तथा पूंजीगत व्यय 562.71 करोड़ हैं, जो वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाहीं के सापेक्ष क्रमशः लगभग 49 प्रतिशत व 21 प्रतिशत अधिक हैं |
चालू वित्तीय वर्ष 2022-23 का आगाज़ भी एनसीएल के लिए शानदार रहा है। कंपनी ने वर्ष 2021 -22 के अप्रैल माह की तुलना में इस वर्ष 26 प्रतिशत से अधिक बढ़त के साथ 10.81 मिलियन टन उत्पादन, लगभग 18 प्रतिशत की बढ़त के साथ 11.14 मिलियन टन प्रेषण तथा लगभग 39 प्रतिशत की बढ़त के साथ 36 मिलियन क्यूबिक मीटर से अधिक अधिभार हटाया है |
सीएमडी एनसीएल भोला सिंह एवं निदेशक मण्डल के मार्गदर्शन में एनसीएल व्यावसायिक समृद्धि के साथ पर्यावरण संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण, सतत विकास, सड़क व एफ़एमसी परियोजनाओं के निर्माण कार्य तथा स्थानीय समुदाय के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है |
वर्तमान में कंपनी ₹3174 करोड़ के निवेश के साथ 9 फर्स्ट माइल कनेक्टिविटी(एफ़एमसी) परियोजनाओं पर काम कर रही है जिसमें से दो परियोजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं | चालू वित्त वर्ष में चार नई परियोजनाएं पूरी हो जाएंगी जिससे लगभग 35 मिलियन टन अतिरिक्त कोयला पर्यावरणीय तरीकों से भेजा जा सकेगा | शेष परियोजनाएं वर्ष 2023-24 तक पूर्ण हो जाएंगी |
इसके साथ ही कंपनी अलग कोल कॉरीडोर के निर्माण, जयंत से मोरवा तक के सड़क परिवहन को सुरक्षित व सुगम बनाने, खदानों के भीतर सीसी सड़क के निर्माण, निगाही में सोलर प्लांट की स्थापना, धूल शमन के लिए नियमित पानी के छिड़काव, स्वीपिंग मशीन के इस्तेमाल, नई फॉग केनन मशीनों के नियोजन जैसे अनेक कार्य कर रही है |
गौरतलब है कि एनसीएल ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में 6.42% वार्षिक वृद्धि के साथ रिकॉर्ड 122.43 मिलियन टन उत्पादन तथा 15.66% की उल्लेखनीय वृद्धि के साथ 125.66 मिलियन टन कोयला प्रेषण किया है। कंपनी ने 17% वार्षिक वृद्धि के साथ लगभग 110.6 मिलियन टन कोयला बिजलीघरों को भेजा है और 103 मिलियन टन से अधिक कोयला प्रेषण रेल, एमजीआर और बेल्ट पाइप कन्वेयर जैसे पर्यावरण अनुकूल विधियों से किया है |
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