अवधनामा संवाददाता
नगर निगम के अधिकारी व पार्षद क्षेत्रीय समस्याओं को कर रहे नजरअंदाज
सहारनपुर। नगर निगम द्वारा स्मार्ट सिटी घोषित होने के बावजूद भी कई कालोनियों में मूलभूत सुविधाएं अभी तक नहीं पहुंच पायी है। नगर की कुछ कालोनियां गंदगी से अटी पड़ी है। हबीबगढ़ स्थित जन्नत कालोनी में गंदा पानी सड़कांे पर बह रहा है और पूरे क्षेत्र के नाले गंदगी से अटे पड़े है, जिसके चलते लोगों का जीना मुहाल हो गया है।
नगर निगम स्मार्ट सिटी बनाने के लिए अतिक्रमण हटाओ अभियान, साफ-सफाई अभियान समेत कई अभियान चलाए हुए है और नगर को कूड़ा मुक्त रखने एवं साफ सफाई के बड़े-बड़े दावे करता है, लेकिन यह सभी दावे खोखले नजर आते है, क्योंकि हबीबगढ़ स्थित जन्नत कालोनी में पूरी तरह गंदगी का साम्राज्य व्याप्त है और यहां के पार्षद शहजाद मलिक भी जनहित की समस्याओं को लेकर कोसो दूर है। बार-बार क्षेत्रीय लोगों द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद भी उस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिसके चलते लोगांे में क्षेत्रीय पार्षद के प्रति गहरा रोष पनप रहा है। बता दें कि हबीबगढ़ में लड़कियों के मदरसे के पीछे जन्नत कॉलोनी में 300 परिवार रह रहे हैं परंतु उन्हें किसी भी तरह की सुविधा नगर निगम द्वारा नहीं दी जा रही है और ना ही वहां पर सड़कें और नालिया है। घरों का पानी सड़कों पर इस तरह फैला हुआ है जैसे वहां पर तालाब हो। लोगों को गंदे पानी से गुजर कर ही जाना पड़ रहा है। पवित्र रमजान के दिनों मे कॉलोनी वासियों ने पार्षद शहजाद मलिक से मांग की थी कि यहां पर निगम द्वारा सड़कंे बनवा दी जाए और नालियों का निर्माण करवा दिया जाए, परंतु शहजाद मलिक ने उनकी अनसुनी करते हुए नगर निगम तक उनकी फरियाद शायद नहीं पहुंचाई। यही कारण रहा कि 2 साल बाद ईद आई और लोग इन्हीं गदे नालियों के पानी से गुजरकर चोटिल होते हुए एक दूसरे को घरों में ईद की बधाई देने गए। रात के समय इस कॉलोनी में एक भी स्ट्रीट लाइट नहीं है। लोग अपने घरों में रात्रि में बहुत मुश्किल से सकुशल पहुंच पाते हैं। कॉलोनी वासियों ने नगर आयुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह एवं मेयर संजीव वालिया से मांग की कि शीघ्र ही जन्नत कॉलोनी को सड़कंे, नालियां, स्ट्रीट लाईट की सुविधां मुहैया कराई जाए, ताकि वह लोग भी आराम से रह सकें। सहारनपुर स्मार्ट सिटी तभी बनेगा, जब ऐसी कालोनियों का विकास हो जाएगा।