अवधनामा संवाददाता
प्रयागराज। उपनियंत्रक, नागरिक सुरक्षा नरेन्द्र शर्मा ने बताया है कि हवाई हमले/आपदा के दौरान बचाव हेतु नागरिक सुरक्षा विभाग द्वारा किये जाने वाले कार्यों के संबंध में अभ्यास/प्रदर्शन के क्रम में चल रहे 05 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के चैथे दिन नागरिक सुरक्षा के स्वयंसेवकों द्वारा काल्पनिक हवाई हमले से बचाव का सजीव प्रदर्शन किया गया, जिसमें सर्वप्रथम हवाई हमले की सूचना मिलते ही क्षेत्र में मैसेंजर के द्वारा तथा सायरनों बजाकर हवाई हमले की सूचना दी गई। जहॉं एक तरफ सामान्य जनजीवन चल रहा था, अचानक मिली सूचना से लोगों में अफरातफरी मचने लगी। दुश्मन के जहाजों ने शहर में बमबारी शुरू कर दी। लोग मृत एवं घायल होने लगे। लोग जहॉं भी थे, तुरंत सुरक्षित स्थान पर शेल्टर लेने लगे व कुछ पेट के बल कानों का हाथ से बंद कर लेट गये। भवन क्षतिग्रस्त होने लगे व चारों ओर आग लगने लगी। लगभग 15 मिनट के बाद जब दुश्मन के जहाज बमबारी करके चले गये, तब पुनः सायरन बजाकर लोगों को खतरा टलने की सूचना दी गई। कुछ ही देर में फायर ब्रिगेड की गाडियॉं, एम्बुलेंस, रेस्क्यू टीम व सिविल डिफेंस की टीम आदि क्विक रिस्पॉंस करते हुये अपने-अपने कार्यों में जुट गये। रेस्क्यू टीम ने सिविल डिफेंस की सहायता से क्षतिग्रस्त भवनों व मलबे में फंसे लोगों को विभिन्न मैथड से बाहर सुरक्षित निकाला। फायर ब्रिगेड एवं सिविल डिफेस की टीम ने आग पर तेजी से काबू पाया। फर्स्ट एड की टीम ने घायलों को प्राथमिक उपचार देते हुये एम्बुलेंस पर स्ट्रेचर से लोड कर अस्पताल भिजवाया। उक्त सभी बचाव कार्यों को सिविल डिफेंस की फायर, फर्स्ट एड व रेस्क्यू टीम ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। उपनियंत्रक नरेन्द्र शर्मा द्वारा मॉकड्रिल का कुशल संचालन किया गया। वरिष्ठ सहायक उपनियंत्रक राकेश कुमार तिवारी, चीफ वार्डन अनिल कुमार राजीव भनोट, धीरज नागर सहित अन्य प्रखण्डों के डिवीजनल, डि. डिवीजनल वार्डन, आईसीओ, स्टाफ आफीसर, पोस्ट वार्डन, सेक्टर वार्डन सहित अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।
फोटो 28 अप्रैल 1 जेपीजी है।