अवधनामा संवाददाता
सेवानिवृत्त शिक्षक शिवशंकर मिश्रा की हुई विदाई, हुए सम्मानित
सेवरही, कुशीनगर। जिस तरह से सूरज कभी रिटायर्ड नहीं होता, ठीक उसी तरह शिक्षक अंतिम सांस तक सेवानिवृत्त नहीं हो सकता हैं, समाज और भावी पीढ़ी के प्रति उनकी जिम्मेदारियां आजीवन बनी रहती हैं। ये बाते तमकुही विकास खण्ड के बसडीला महन्थ में शिक्षक विदाई एवम सम्मान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एसआरजी नागेश्वर दुबे ने कही।
उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त हो रहे शिक्षक शिवशंकर मिश्रा ने इस पिछड़े क्षेत्र में शिक्षा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान दिया है। सरकारी सेवा से निवृत्त हो रहे हैं, लेकिन उनकी सेवा समाज को हमेशा मिलता रहेगा। पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ तमकुही के अध्यक्ष रामप्रकाश शर्मा ने कहा कि जो शिक्षक अपनी जिम्मेदारियां ईमानदारी पूर्वक निभाते हैं, वे सभी जगह पूजनीय, आदरणीय व वंदनीय होते हैं।प्राथमिक शिक्षक संघ तमकुही के मंत्री देवेंद्र ओझा ने कहा कि शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होते, बल्कि जब तक रहते हैं, तब तक समाज को शिक्षा का दीप से रोशन करते रहते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे ग्राम प्रधान राजू गौतम ने कहा कि बच्चे जहां राष्ट्र के धरोहर हैं वहीं शिक्षक राष्ट्र के प्रहरी हैं। छात्रों को विदा हो रहे शिक्षकों के अनुभवों का अनुसरण करना चाहिए। सेवानिवृत्त शिक्षक का माल्यापर्ण व अंगवस्त्र देकर शिक्षको ने सम्मानित किया सेवानिवृत्त शिक्षक शिवशंकर मिश्रा ने अपने अनुभवों का साझा करते हुए समय समय पर बेसिक शिक्षा परिवार को अपना योगदान देने की बात कही। आयोजक व प्रधानाध्यापक अवधेश वर्मा सभी के प्रति आभार जताया तो वही संचालन विनय कुशवाहा ने किया।
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