अवधनामा संवाददाता
ललितपुर। रेलवे स्टेशन पर श्रीगुरु सिंह सभा गुरूद्वरा प्रबंधक कमेटी के साथ सभी समाज के समाज सेवियों ने श्री हरमिंदर साहिब अमृतसर स्वर्ण मंदिर के दर्शन करके छिंदबाड़ा को वापिस जा रही सिख तीर्थ यात्रियों की संगत का पतालकोट एक्सप्रेस पर स्वागत किया गया। रेलवे स्टेसन पर ट्रेन आगमन के समय बोले सोनिहाल सतश्रीअकाल के जय कारो एवं फूलों की वर्षा के साथ स्वागत किया गया सरदार वीरेंदर सिंह वीके परिवार की तरफ से समस्त संगत के लिए तैयार किये गए लंगर प्रसाद व शितल पेजयल व मिस्ठान सामग्री यात्रियों को उपलब्ध कराई गई। प्लेटफार्म पर सैकड़ों की संख्या में ट्रेन की प्रतीक्षा में विश्राम कर रहे यात्रियों एवं ललितपुर गुरु की संगत को भी जलपान व मिस्ठान एवं नास्ते का लँगर वितरित किया गया। यात्रा प्रमुख गुरमीत सिंह ने वीरेंद्र सिह वी.के., अध्यक्ष ओंकार सिंह सलूजा व समस्त ललितपुर की संगत एवं समाज सेवियों के द्वारा उतसाह एवं सेवा की सराहना की ओर आभार जताया। ललितपुर गुरु सिंह सभा के द्वरा गुरमीत सिंह उपवेजा, रमिंदर सिंह, वीरेन्द्र सिंह वी.के., मनिंदर सिंह मंगे, जसपाल सिंह पप्पू को सरोपा भेट कर सम्मानित किया गया। यात्रा प्रमुख गुरमीत सिंह उपवेजा ने बतलाया की पिछले 6 माह से इस यात्रा को शुरू करने के लिए 21 करोड़ वॉर श्री वाहेगुरू जी का मंत्र लिखने एवं जपने की तैयारी में यात्री संगत द्वरा जिसमे 300 धार्मिक महिलाओं एवं 150 पुरषो एवं बच्चो एवं पुरषो ने पूरा किया जिसमें 4000 रजिस्टर पर गुरु मंत्र लिखे गए जिसमे छिंदबाड़ा, परासिया, दमुआ, सागर की संगति इस पुनीत काम मे सफल हुई 4000 रजिस्टर को नर्वदा नदी के वरमान घाट करेली के तट पर देसी घी एवम हवन सामग्री के द्वरा समस्त रजिस्टरों को मंत्रोच्चार एवं अग्नि के द्वरा रख बना कर श्री नर्वदा नदी में प्रवाहित करते हुए वाहेगुरू का शुक्राना किया। यात्रा में 450 यात्रियों के साथ ट्रेन में 1 योग डॉक्टर 4 नर्स एवम दवाओं का पूरा इंतजाम किया गया था और धार्मिक गुरूद्वरो के लिए 8 रिजर्व बसों की वयवस्था की गई थी और यात्रियों के ठहरने हेतु बुकिंग करादी गाई थी पूरी यात्रा में 16 स्टेशनों पर यात्रियों के लिए खान पान की व्यवस्था की गई थी यात्रियों ने दमदमा साहिब, साबो की तलवंडी, बाबा बूढ़ा साहिब एवं तरण तारन साहिब एवं स्वर्णमंदिर में माथा टेका पूरी यात्रा में रेलवे प्रशासन जी आर पी पुलिस आर पी एफ का सहियोग रहा। इस अवसर पर ओंकार सिंह सलूजा, हरजीत सिंह, गुरबचन सिंह बिल्ले, सुरजीत सिंह सलूजा, सुरजीत सिंह खालसा, सतीश अरोरा, परमजीत सिंह छतवाल, मनजीत सिंह सलूजा, रमेश आंनद, जितेंद्र सिंह सलूजा, जोगिंदर सिंह रीन, हरविंदर सिंह सलूजा, दलजीत सिंह जगजीत सिंह, कवलजीत सिंह, रविंदर सिंह, मुख्य ग्रन्थि हरविंदर सिंह,नेपाल सिंह यादव, जयेश बादल, अंतिम जैन अंतु, आत्माराम रिछारिया, मनोज जेन कलपुर्जे, आशु बाबा जैन, आयुष नामदेव, धर्मेन्द्र रावत, जगदीश कालरा, सुनील अरोरा, महिंदर अरोरा, आकाश सलूजा, विशाल सलूजा, रवि राज सिंह, राकेश तिवारी, सुनील सेन, बिन्दु कालरा, बक्शी, हरजीत कौर, जसबीर कोर रितु कोर, मनप्रीत कोर सलूजा, कंचन कोर, मीनू सलूजा, डिम्पल चौपड़ा, पूनम अरोरा, गोलू अरोरा, रोमी बाबा, गयनी गुरचरण सिंह, भगवत सिंधी, रघुवीर तिवारी, बलजीत सिंह सलूजा, केदार सिंह पिंटू, अशोक सिंधी, हरकीरत सिंह, सन्तोष सोनी का सराहनीय योग दान रहा।