अवधनामा संवाददाता
सहारनपुर। प्रतापगढ़ की तहसील लालगंज के वरिष्ठ सहायक तहसील सुनील कुमार शर्मा की उपजिलाधिकारी ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह द्वारा पीट-पीटकर हत्या किए जाने के विरोध मे आज तहसील व जिला मुख्यालय के कर्मचारियों ने कलेक्ट्रेट का मुख्य द्वार बंद कर विरोध प्रदर्शन किया और हत्यारोपियों की तत्काल गिरफ्तारी व मृतक आश्रित को एक करोड़ रूपये सहायता दिये जाने की मांग का मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा।
आज वरिष्ठ सहायक तहसील सुनील कुमार शर्मा की हत्या किए जाने के विरोध में प्रान्तीय नेतृत्व के आह्वान पर मिनिस्ट्रीयल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ से जुड़े कर्मचारियों ने आज जिला मुख्यालय का मेन गेट बंद कर विरोध प्रदर्शन किया। गौरतलब रहे कि स्वर्गीय सुनील कुमार शर्मा, वरिष्ठ सहायक तहसील लालगंज जनपद प्रतापगढ को ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह यादव, उप जिलाधिकारी लाल गंज (प्रतापगढ) द्वारा पीट-पीट कर अधमरा किया गया। उसके बाद 02 अप्रैल 2022 की शाम को जिला चिकित्सालय में जाकर छाती व गला दबाकर हत्या कर दी गयी। इस प्रकरण में जिला चिकित्सालय के सभी डाक्टर व मुख्य चिकित्साधिकारी प्रतापगढ भी पूर्ण रूप से इस कुकृत्य के सहभागी है। प्रकरण के सम्बन्ध में थाना लालगंज जनपद प्रतापगढ़ पर प्रथम सूचना रिपोर्ट के अंतर्गत ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह यादव व अन्य तीन व्यक्ति के विरुद्ध मुकदमा कायम किया गया है। अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है, जिससे पूरे प्रदेश के कर्मचारियों में अत्यन्त असन्तोष व्याप्त है। पूरे प्रदेश का कर्मचारी इस विभत्स घटना से भयभीत है तथा अपने को असुरक्षित महसूस कर रहा है। आरोपी की गिरफ्तारी न होने से यह स्पष्ट होता है कि सरकार में गुण्डाराज कायम है। किसी भी अधिकारी को अपने कर्मचारी से मारपीट एवं हिंसक वारदात करने का अधिकार नहीं है। उन्होंने मांग की कि आरोपी ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह यादव को तत्काल गिरफ्तार कर सेवा से बर्खास्त किया जाये। मृतक सुनील कुमार शर्मा के आश्रितों को एक करोड रूपये का मुआवजा दिया जाए, मृतक सुनील कुमार शर्मा के आश्रितों को तत्काल सेवा योजित किया जाए। प्रदर्शनकारियों मंे अनिल कुमार, मौ.सरवर सिद्दकी, आदेश कौशिक, मनीष कुमार, सचिन कुमार, राजवीर सिंह, कु.कोमल, अंकुर सिंह, विनोद आर्य, राकेश दत्त वत्स, ईशान शर्मा, नवनीत कुमार, चन्द्रिका प्रसाद, गौरव कुमार आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।