अवधनामा संवाददाता
संतुलित आहार, समय से टीकाकरण एवं खनिज मिश्रण दे कर बढ़ा सकते है आय
ललितपुर (Lalitpur)। बांदा कृषि विश्वविद्यालय के अन्र्तगत कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा पटौराकलां में एक दिवसीय पशुपालन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें गांव के 20 पशुपालकों ने हिस्सा लिया। केन्द्र, के पशुपालन वैज्ञानिक डा.मारुफ अहमद ने पशुओं से अधिक आय अर्जित करने के गुण बताये। उन्होंने पशुपालकों को सलाह दी कि दुधारु पशुओं को संतुलित आहार उपलब्ध करायें जिसमें एक कुन्टल राबित तैयार करने में 30 किलोग्राम मक्का का दाना, 40 किलोग्राम गेंहु का चोकर, 27 किलोग्राम सरसों, मूंगफली, बिनौला की खली, 2 किलोग्राम मिनरल मिश्रण और 1 किलोग्राम साधारण नमक मिलाना आवश्यक है। जो पशु समय से गर्मी में नहीं आ रहें हैं उन्हें 50-60 ग्राम मिनरल मिश्रण प्रतिदिन 1 माह तक खिलायें और उन्हें पेट के कीड़े मारने की दवा भी देें। पशुओं की प्रमुख बीमारियों जैसे-गला घोंटू (घटरौंदा) और खुरपका-मुंहपका(वेखरा) रोग के टीकाकरण के बारे में विस्तृत चर्चा की। डा.अहमद ने किसानों को पशुओं की अच्छी नस्लें रखने और उनके वैज्ञानिक विधि से रखरखाव के बारे में जानकारी दी। उन्होंने जोर दिया की किसान भाई पशुओं से साल में 1 बार बच्चा अवश्य लें तभी पशुपालन फायदेमंद हो सकता है। कार्यक्रम के दौरान किसानों ने पशुओं से सम्बन्धित समस्यायें भी रखी जिसका समाधान भी किया गया। इस कार्यक्रम में केन्द्र की गृह वैज्ञानिक डा.सरिता देवी भी उपस्थित रही।