अवधनामा संवाददाता
काशी के चौरासी पुस्तक के रचनाकार मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव ‘शिखर’ काव्य गौरव सम्मान से हुए अलंकृत
सोनभद्र(Sonbhadra) काशी के चौरासी घाटों का सचित्र सृजन करने के लिए एनटीपीसी वाराणसी के सहायक प्रबंधक मानव संसाधन मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव ‘शिखर’ की कृति “काशी के चौरासी” उर्फ शिखर बनारस के घाट हेतु काव्य गौरव सम्मान 2021 से अलंकृत किया गया। उक्त सम्मान नोएडा के हिंदी दैनिक समाचार पत्र वर्तमान अंकुर द्वारा प्रदान किया गया। बताते चलें कि पूर्वांचल की प्रमुख साहित्यिक संस्था ‘सोन साहित्य संगम’ के संरक्षक एवं रिहंद साहित्य मंच के महासचिव मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव ‘शिखर’ ने उक्त पुस्तक में वाराणसी के सभी घाटों का क्रमवार सचित्र वर्णन किया है जो अपने प्रकार की एक अलग कृति है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि
कवि, लेखक एवं साहित्यकार के रूप में ख्यातिलब्ध पुस्तक के रचनाकार ‘शिखर’ ने समस्त घाटों का चित्र स्वयं लिया है। गौरतलब हो कि ‘शिखर’ जी की अब तक कई पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं, परन्तु उनकी यह पुस्तक एक ऐसा संकलन है जिसमें वाराणसी के सभी घाटों से जनमानस को रुबरू कराने का प्रयास किया गया है।
एनटीपीसी उत्तरी क्षेत्र मुख्यालय में सहायक प्रबंधक मानव संसाधन के पद पर कार्यरत मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव ‘शिखर’ द्वारा रचित उक्त पुस्तक के लिए दैनिक समाचार पत्र वर्तमान अंकुर के संपादक निर्मेश त्यागी ‘वत्स’ ने उन्हें उक्त सम्मान प्रदान किया है।
काव्य गौरव सम्मान मिलने से हर्षित सोनभद्र के साहित्यकारों सुशील कुमार श्रीवास्तव राही, राकेश शरण मिश्र, सरोज कुमार सिंह, दिवाकर द्विवेदी मेघ, डॉ परमेश्वर दयाल श्रीवास्तव पुष्कर, भोलानाथ मिश्र, रामानुज धर द्विवेदी, संतोष कुमार नागर, ज्ञानदास कनौजिया, रामजी दुबे और संजीव कुमार श्रीवास्तव आदि ने शिखर जी को नित नई ऊंचाइयां छूने के लिए बधाई दी है।
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