पेन के बादशाह के ठिकानों पर सीबीआई का छापा

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पेन के बादशाह के ठिकानों पर सीबीआई का छापा

– विक्रम कोठारी के निवास पर कानपुर में सीबीआई ने मारा छापा
– बैंकों को करोड़ों का चूना लगाने के आरोप में सीबीआई ने घेरा

कानपुर महानगर। कानपुर के मशहूद उधोगपति तथा पेन के बादशाह कहलाने वाले रोटेमैक ग्रुप के मालिक विक्रम कोठारी भी बैंको को करोडो का चूना गलाने मामले में सीबीआई के घेरे में आ गये है। बताया जाता है कि विक्रम कोठारी पर कई बैंकों को करोडो रूपयों का चूना लगाने का आरोप है। इस मामले को लेकर कल सोमवार की सुबह सीबीआई टीम ने विक्रम के कानपुर तिलकनगर अवास पर छापा मारा, जिसके बाद ईडी की तीन टीमें तथा आयकर की टीमें भी मौके पर पहुंच गयी।

छापेमारी की कार्यवाही के दौरान सीबीआई की टीम ने कोठारी परिवार के सभी सदस्यों को पासपोर्ट और मोबाइल कब्जे में ले लिए और गहनता से चल तथा उनकी अचल संपत्ति के कागजों की पडताल शुरू करी। इस दोरान सीबीआई और आयकर विभाग के अधिकारियों ने सभी अहम कागजातो को अपने कब्जे में लिया गया। इस दौरान विक्रम कोठारी को उनके घर पर ही हिरासत में रखा गया। कार्यवाही के दौरान घर के सभी कीमती सामान और उनकी सम्पत्तियों का मूल्यांकन किया गया।
विक्रम कोठारी के कार्यालय में भी छापा
सिटी सेंटर स्थित विक्रम कोठारी के आॅफिस में भी आयकर विभाग की टीम ने छापा मारा। छापे में लखनऊ सीबीआई के एसपी राघवेंद्र सिंह भी उपस्थित थे जो आधे घंटे रूकने के बाद वापस चले गये। छापे के दौरान किसी की गिरफ्तारी से इनकार किया गया वहीं सूत्रों की माने तो दीपक कोठारी को हिरासत में लिया गया है और उन्हे शाम तक दिल्ली या लखनऊ ले जाया जा सकता है। टीम द्वारा कोठारी परिवार के बिजनेस से जुडे लैपटाॅप, कम्पयूटर की भी जांच की जा रही है। इसके साथ ही उनके बिठूर स्थित फार्महाउस की भी सीबीआई की टीमें जांच कर करने पहुंची।
मैं कहीं नही भाग रहा हू- विक्रम कोठारी
पूरे मामले पर विक्रम कोठारी का कहना है कि वह कहीं भाग नही रहें है उनके ऊपर भागने के आरोप लगाए जा रहे है। बताया कि उनका मामला एनसीएलटी में विचाराधी है और वह ऋणों के सेटलमेंट के लिए बैंको के साथ लगातार संपर्क में है। वहीं कोठारी ग्रुप के वकील शरद बिरला ने कहा कि विक्रम कहीं फरार नही थे वह कानपुर में और बैंको से लगातार संपर्क में थे।
बैंको के अधिकारियों ने साधी चुप्पी
पूरे प्रकरण को लेकर बैंको के अधिकारियों ने कुछ भी कहने पर चुप्पी साध ली है। बताया जाता है कि छह बैंको जिसमें बैंक आॅफ बडौदा, पंजाब नेशन बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, बैंक आॅफ इंउिया, इलाहाबाद बैंक और यूनियन बैंक शामिल है इनमें कंसोर्टियम बनाकर कोठारी ग्रुप को लोन दिया गया लेकिन इस मामले में कुछ भी बोलने पर अब बैंक अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है

सर्वोत्तम तिवारी की रिपोर्ट——–———————–

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