अपेन्डेक्स ऑपरेशन में घोर लापरवाही से मरीज की मौत का आरोप

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Alleged death of patient due to gross negligence in appendex operation

अवधनामा संवाददाता

अस्पताल संचालक व चिकित्सकों पर राजीनामा के लिए धमकाने का लगाया आरोप

ललितपुर (Lalitpur)। अपने पति के पेट में हुये दर्द का इलाज नई तहसील के पास सिद्धंन रोड स्थित एक चर्चित हॉस्पिटल में कराना मंहगा पड़ गया। उपचार के दौरान हालत बिगडऩे पर निजी चिकित्सालय संचालक व वहां कार्यरत चिकित्सकों ने हाथ खड़े कर दिये। निजी चिकित्सालय द्वारा जबरन डिस्चार्ज करने पर पीडि़त महिला अपने पति को झांसी मेडीकल कॉलेज लेकर पहुंची, जहां उपचार के दौरान युवक के शरीर से अंग गायब होने की बात कहते हुये लौटा दिया गया। महिला ने समय पर सही उपचार न मिलने पर अपने पति को कलेक्ट्रेट चौराहा लेकर पहुंची, जहां युवक की मौत हो गयी। पीडि़त महिला ने मामले की लिखित शिकायत जिला व पुलिस प्रशासन से की। लेकिन कार्यवाही न होने के चलते अब पीडि़ता ने न्यायालय की शरण ली है। पूरे मामले में नई तहसील के पास सिद्धंन रोड स्थित निजी अस्पताल की भूमिका पर सवाल खड़ा किया गया, तो वहीं दूसरी ओर अब इंसाफ के लिए महिला ने निजी चिकित्सालय संचालक व कार्यरत चिकित्सकों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किये जाने की गुहार लगायी है।

थाना जखौरा क्षेत्रांतर्गत ग्राम लागौन निवासी बालकुंवर ने बताया कि उसके पति देवीसिंह यादव को पेट में दर्द होने के चलते 27 मार्च 2021 को सदनशाह से नई तहसील के पास सिद्धंन रोड पुलिया के पास स्थिति निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया था। जहां अस्पताल संचालक व मौजूद चिकित्सक ने देवीसिंह के पेट में अपेन्डेक्स होने की बात कहते हुये ऑपरेशन के नाम पर 1.20 लाख रुपये जमा करा लिये। पीडि़ता ने बताया कि 16 अप्रैल 2021 तक उसके पति को भर्ती रखा गया। यह भी बताया कि इस दौरान उक्त अस्पताल में भोपाल, सागर के कई चिकित्सक बिना कोविड जांच के आते-आते रहे और ऑपरेशन करते रहे। उपचाररत उसके पति की हालत मरणासन्न हो गयी। पीडि़ता ने बताया कि अस्पताल संचालक व चिकित्सकों द्वारा उसके पति की हालत बिगडऩे की बात कहते हुये उसे झांसी ले जाने की बात कही गयी। पीडि़ता व उसके परिजन किसी प्रकार एम्बुलेंस के जरिए देवीसिंह को झांसी मेडीकल कॉलेज लेकर पहुंचे, जहां मौजूद चिकित्सकों ने देवीसिंह के शरीर से कुछ अंग निकाले जाने से उसकी हालत को गंभीर बताया। पीडि़ता बालकुंवर के अनुसार वह तीन दिन बाद 20 अप्रैल 2021 को देवीसिंह को लेकर उक्त अस्पताल फिर पहुंची, जहां देवीसिंह का उपचार करने से इंकार करते हुये अस्पताल से बाहर निकलवा दिया गया। देवीसिंह की बिगड़ती हालत को लेकर उसके परिजन कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट तक पहुंचे थे, कि तभी देवीसिंह ने दम तोड़ दिया। पीडि़ता ने बताया कि पूरे मामले की लिखित शिकायत जिला व पुलिस प्रशासन को की गयी, लेकिन कार्यवाही नहीं हुयी। पीडि़ता के अनुसार 30 अप्रैल 2021 को सुबह करीब 6 बजे उसके गांव लागौन में गाड़ी संख्या एम.पी.04 सी.एल. 5537 सिलेटी रंग से कुछ लोग आये और गाली-गजौज करने लगे। विरोध करने पर उक्त लोगों ने शिकायत वापस लेने की बात कहते हुये जान से मारने की धमकी दी। पीडि़त बालकुंवर ने अब न्यायालय की शरण लेते हुये उक्त लोगों के खिलाफ हत्या के साथ सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज किये जाने के साथ इंसाफ करने की गुहार लगायी है।

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