अवधनामा संवाददाता
अपनी मांग को लेकर आयुष मंत्री डा. धर्म सिंह सैनी को दिया ज्ञापन
फ़िरोज़ ख़ान देवबंद (Firoz Khan Deoband)। आयुर्वेद व यूनानी तिब्बी चिकित्सा पद्धति बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष डा. अनवर सईद ने नेशनल काउंसिल ऑफ इंडियन ऑफ मेडिसिन (एनसीआईएसएम) बिल में बोर्ड ऑफ यूनानी सिस्टम स्वतंत्र अधिकार दिए जाने की मांग करते हुए आयुष मंत्री डा. धर्म सिंह सैनी को ज्ञापन दिया।
डा. अनवर सईद ने आयुष मंत्री डा. धर्म सिंह सैनी को दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि यूनानी सर्जरी को भी वह सुविधाएं और अधिकार दिए जाएं जो आयुर्वेद सर्जरी के लिए पीजी छात्रों को दिए गए हैं, क्योंकि यूनानी व आयुर्वेद में भाषा के अतिरिक्त कोई विशेष अंतर नहीं है। उत्तर प्रदेश में यूनानी से संबंधित चिकित्सक, औषधि निर्माता और महाविद्यालय प्रचूर मात्र में कार्यरत हैं। इसके अलावा सरकारी अस्पतालों और डिस्पेंसरियों में बड़ी संख्या में खाली पड़े यूनानी चिकित्सकों के रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाए। साथ ही डा. अनवर ने बताया कि यूनानी की सभी इकाईयों ने हर आपदा में सरकार के आह्वान पर सहयोग दिया है। आयुर्वेद या होम्योपैथी की तरह यूनानी पद्धति भी राष्ट्रसेवा में बढ़ चढक़र योगदान देती है। उन्होंने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार ने यूनानी के उत्थान और प्रचार प्रसार के लिए कई महत्तवपूर्ण निर्णय लिए हैं। सरकार का उक्त कदम सराहनीय है।