अवधनामा संवाददाता
सोनभद्र (Sonbhadra) देश के उभरते संगठन नई पीढ़ी फाउंडेशन ने ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय लखनऊ के पूर्व कुलपति प्रोफेसर माहरूख़ मिर्ज़ा को अपने शिक्षक शाखा का अवध जोन संयोजक मनोनीत किया है। यह जानकारी फाउंडेशन के उत्तर प्रदेश प्रभारी चंद्र शेखर पांडेय ने सोमवार को दी।
उन्होंने बताया कि प्रख्यात शिक्षाविद प्रोफेसर मिर्जा को फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवेंद्र प्रकाश द्विवेदी द्वारा उनकी बुद्धिमत्ता और युवाओं के सतत विकास के प्रति प्रतिबद्धता को देखते हुए उपरोक्त मनोनयन पत्र दिल्ली से जारी किया गया है।
प्रदेश प्रभारी श्री पांडेय ने बताया कि नई पीढ़ी देश के नौनिहालों के बेहतर भविष्य के लिए चलाया जा रहा है जो एक राष्ट्रीय आंदोलन है। ऐसे में शिक्षाविदों को नई पीढ़ी के नव निर्माण हेतु एक मंच पर लाने की कोशिश की जा रही है। प्रोफ़ेसर मिर्जा के
नई पीढ़ी शिक्षक शाखा के संयोजक मनोनीत किए जाने पर फाउंडेशन से जुड़ी प्रख्यात गीतकार रचना तिवारी, सोनभद्र के जिला प्रभारी अधिवक्ता वह पत्रकार राम अनुज धर द्विवेदी आदि ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी है।
बताते चलें कि प्रोफेसर मिर्जा लखनऊ के प्रख्यात शिक्षाविद हैं। उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से बीकाम, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से एमकाम तथा लखनऊ विश्वविद्यालय से पीएचडी व डी.लिट की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने शिया पीजी कालेज से शिक्षण कार्य प्रारम्भ किया।
तत्पश्चात उन्होंने उपरोक्त विश्वविद्यालय में कई महत्वपूर्ण पदों पर जिम्मेदारियां सम्हाली। प्रो. मिर्ज़ा कई विश्वविद्यालयों में बोर्ड ऑफ स्टडीज़ के सदस्य रहे हैं। उन्हें कई संस्थानों द्वारा सम्मान व पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
प्रो. माहरूख मिर्जा ने कई राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनारों व कान्फ्रेंसों में प्रतिभाग किया है। एक दर्जन से अधिक पुस्तकों में उनके लेख सम्मिलित हैं और स्वयं कई ऐसी पुस्तकों के लेखक हैं जो भारत की विभिन्न विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम में शामिल हैं।
प्रोफेसर मिर्जा को यह मनोयन पत्र नई पीढ़ी फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवेन्द्र प्रकाश द्विवेदी ने नई दिल्ली कार्यालय से जारी किया है ।
*उपरोक्त जानकारी देते हुए आज नई पीढ़ी फाउंडेशन के उ. प्र. प्रभारी चन्द्र शेखर पाण्डेय ने बताया कि* नई पीढ़ी सिर्फ एक समाचार पत्र/पत्रिका ही नहीं, देश के नौनिहालों के बेहतर भविष्य के लिए चलाया जा रहा एक राष्ट्रीय आन्दोलन है । जिसकी महिला शाखा के माध्यम से बच्चों के भविष्य के लिए देश की मांओं को एक मंच पर लाने का काम किया जा रहा है । जिससे देश के विभिन्न भूभागों से 1750 मातृशक्ति सक्रिय रूप से जुड़ चुकी हैं। इसी तरह शिक्षाविदो को नई पीढ़ी के नवनिर्माण हेतु एक मंच पर लाने की कोशिश जारी है।
श्री पाण्डेय ने आगे बताया कि उ. प्र. के सभी जोन मे नई पीढ़ी के नवनिर्माण की बेहतर संकल्पना व दूरगामी योजना के तहत मातृशक्ति व शिक्षक शक्ति को एक प्लेट फार्म पर लाने का तीव्र गति से प्रयास किया जा रहा है ।
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