अवधनामा संवाददाता
ललितपुर (Lalitpur)। कानपुर के बिकरू में पुलिस कर्मियों की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी विकास दुबे का एनकाउंटर के बाद उसके परिजनों व बच्चों को दस माह तक जेल में रखे जाने को लेकर सियासत होने लगी है। इस सम्बन्ध में प्रकरण की जांच को लेकर आम आदमी पार्टी ने जिलाध्यक्ष हरदयाल सिंह लोधी एड. के नेतृत्व में महामहिम राज्यपाल को एक ज्ञापन भेजते हुये कार्यवाही की मांग उठायी है। ज्ञापन में बताया कि कानपुर के विकरू कांड में महिलाओं को नियम कानून को ताक पर रखकर पिछले 10 महीनों से जेल में रखा गया है जिसमें प्रमुख नाम नाबालिग खुशी दुबे पत्नी अमर दुबे, अमर दुबे की माँ क्षमा दुबे, विकास दुबे की नौकरानी रेखा अग्निहोत्री व हीरू दुबे की माँ शाति दुबे शामिल है। बिकरू काण्ड में अमर दुबे का एकाउंटर हुआ था तीन दिन पहले खुशी दुबे से उसकी शादी हुई थी। पुलिस के रिकॉर्ड में खुशी दुबे के विरुद्ध पहले से कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं था, खुशी दुबे नाबालिग है, उसकी गिरफ्तारी के बाद जब मीडिया में मामले ने तूल पकला तो कानपुर के तत्कालीन एसएसपी दिनेश कुमार ने मीडिया में स्थान खुशी दुई निर्दोष है और उसको रिहा कर दिया जाएगा। कई बार उसे अति गंभीर हालत में बाराबंकी व लखनऊ के अस्पतालों में भर्ती कराया गया, उसको खून की उल्टियां हुई घटनाओं से परिवार के लोग डरे और सहमे हुए हैं और उन्हें अपनी बेटी के जीवन की चिता है कि कही जेल में उसके साथ कहीं कोई अनहोनी न हो जाएए उसका जीवन न चला जाए। इस मामले में सबसे बड़ा सवाल है कि जब स्वयं तत्कालीन एसएसपी मान चुके हैं की खुशी दुबे निर्दोष है तो उसे किस आधार पर उसे जेल में रखककर जेल में 10 महीने से यातनाएं दी जा रही हैं अमर दुबे की मां क्षमा दुबे पिछले 10 महीने से जेल में रखा गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार रेखा अग्निहोत्री विकास दुबे के घर में काम करने वाली वह महिला है जिसे उसके 2 बच्चों, 7 साल की बेटी व 2-5 साल के बेटे के साथ, जेल में रखा गया है। बिना किसी साक्ष्य व ठोस आधार के इन्हें जेल में रखा गया। आम आदमी पार्टी ने महामहिम राज्यपाल से मामले की जांच करायी जाने की मांग उठायी है। ज्ञापन देते समय जिलाध्यक्ष हरदयाल सिंह लोधी एड., शशिकान्त सिंह, चन्दन सिंह, भगवान सिंह, हजारीलाल, मुकेश कुमार, मानवेन्द्र सिंह, महेन्द्र पाराशर, फूलचंद्र, सरस्वती लोधी, भूपत, हरगोविन्द, जोधन, राजू, मौनलाल, कुसुम राजा, सजरानी, अनीता, द्रोपती, अरविन्द, मिथुन, विजय आदि मौजूद रहे।