अवधनामा संवाददाता
प्रयागराज : (Prayagraj) निरंजनी अखाड़े से निष्कासित संत स्वामी आनंद गिरि व निरंजनी अखाड़े के सचिव व अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के बीच चल रहे विवाद पर अब अखाड़ा परिषद की बैठक में कोई निर्णय लिया जा सकता है। हालांकि पिछले कुछ दिनों से जारी बयानबाजी को योगगुरु ने विराम दिया है और अपने गुरु के खिलाफ कोई बयान जारी नहीं किया। लेकिन प्रकरण पर जितना विवाद हो चुका है उसे लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद जल्द ही कोई निर्णय ले सकता है। अखाड़े के सदस्यों की बैठक बुलाने की उम्मीद है।
इस बैठक में योगगुरु के खिलाफ कार्रवाई होगी या फिर गुरु शिष्य को एक साथ मिलाने की पहल की जाएगी, फिलहाल इस पर कोई कुछ नहीं बोल रहा है। वरिष्ठ पदाधिकारी तो अखाड़ा परिषद के साथ दिखाई दे रहे हैं। परिषद की खास बात यह भी होती है कि इसमें निर्णय सार्वजनिक करने से पूर्व एक राय बनाई जाती है। ऐसे में निर्णय चाहे जिस पक्ष में हो, एक राय बनाने का प्रयास जरूर किया जाएगा। इस प्रकरण पर परिषद अध्यक्ष से बात करने पर उन्होंने भी कोई बयान जारी नहीं किया।