अवधनामा संवाददाता
सिटी मजिस्ट्रेट ने कोतवाल को दी थी जांच करने के निर्देश
अयोध्या।(Ayodhya) अपनी मौत का जिम्मेदार पुलिस को ठहराते हुए युवक ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिये भेज दिया। मृतक युवक ने आत्महत्या से पहले घटना स्थल से ही अपना एक वीडियो वायरल किया है, जिसमें मृतक ने आत्महत्या के लिये नगर कोतवाल, देवकाली चौकी इंचार्ज व एक सिपाही के साथ कुछ अन्य लोगों को मौत का जिम्मेदार ठहराया।
मामला अयोध्या जनपद के नगर कोतवाली क्षेत्र के बछड़ा सुल्तानपुर का है, जहां एक युवक ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। मामले की सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिये दिया। मृतक की पहचान बछड़ा सुल्तानपुर निवासी 30 वर्षीय अमित मौर्या पुत्र काशीराम मौर्या के रूप में होई है। मृतक युवक ने आत्महत्या से पहले अपना एक वीडियो वायरल किया है, जिसमें मृतक ने जमीनी विवाद को लेकर न्याय न मिलने पर पुलिस प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुये कई गंभीर आरोप लगाया है, वायरल वीडियो में युवक ने बताया है कि उसका कानून व्यवस्था से विश्वास उठ गया है, उसने कहा है कि मैं यहां की कानून व्यवस्था, भ्र्ष्टाचार से तंग आ गया है, जहां ईमानदार लोगों की कोई सुनवाई नहीं है, मेरी मौत का जिम्मेदार नगर कोतवाल नीतीश श्रीवास्तव, देवकाली चौकी इंचार्ज हरि शंकर राय व सिपाही हेमंत व मेरे पटीदार व मेरे पड़ोसी हैं।
वहीं, मृतक के भाई दीपक का कहना है कि मेरे चाचा द्वारा कोतवाली में फर्जी मुकदमा दर्ज कराया गया था। जिसकी जांच नगर कोतवाल नीतीश श्रीवास्तव को सौपी गई थी जिन्होंने जांच नहीं किया जिसका नतीजा यह हुआ कि आज मेरे भाई को अपनी जान गवानी पड़ी। उसने बताया कि मेरा पीएम आवास बन रहा था जिसपर रास्ते को लेकर मेरे चाचा राम उजागिर की तरफ से मुकदमा दर्ज कराया गया जो सिटी मजिस्ट्रेट के यहां लम्बित है। सिटी मजिस्ट्रेट ने इसकी जांच कर आख्या प्रस्तुत करने का निर्देश नगर कोतवाल को दिया था। जिसके बाद मेरे परिवार को कई बार कोतवाली व देवकाली पुलिस चौकी बुला कर पूछताछ की गई परंतु जांच करने कोई भी पुलिस कर्मी निर्माणाधीन पीएम आवास पर नहीं आये और रास्ते को अलग से निकलवाने का दबाव बनाते रहें। पीड़ित भाई ने कहा कि अगर कोतवाल व चौकी प्रभारी अपना काम सही ढंग से किया होता तो आज मेरा भाई जीवित होता। फिलहाल इस प्रकरण में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश पांडेय ने बताया कि मृतक अमित मौर्या की ट्रेन के आगे कटकर मौत हो गई है, जिसमे प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला प्रकाश में आया है वहीं दूसरा तथ्य जो सामने आया है, उसमें मृतक ने जमीनी विवाद में अपने चाचा व पुलिस विभाग के तीन अन्य लोगों पर आरोप लगाए गये है, जिसकी जांच की जा रही है, जो भी तथ्य सामने आयेगा, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
भाजपा भी करेगी मामले की जांच
फिलहार इस प्रकरण में भारतीय जनता पार्टी की जिला इकाई ने जिलाध्यक्ष संजीव सिंह की अगुवाई में तीन सदस्यीय जांच कमेटी कठित कर दी है जिसमें
वासुदेव मौर्या, आलोक द्विवेदी व तिलक राम मौर्या को जिम्मेदारी सौंपी गई है
जो मामले की जांच कर पीड़ित को न्याय दिलाएगी।
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