अवधनामा संवाददाता
देवरिया भटनी नोनापार (Devariya Bhatni Nonapar) जहां करोना काल में लोगों को दर दर भटकना पड़ रहा है वहीं नोनापार के दो डाक्टर डाक्टर अरबिनद तिवारी डाक्टर सन्तोष तिवारी ने केवल नोनापार ही नहीं सवरेजी भरहेचौर प्यासी भरौली दुबौलि सिंगही भटनी खास उसका बेहराडाबर तमाम पचासों गांव के मरीजों की सेवा सुबह से लेकर रात दस बजे तक ये दोनों देवदुत बनकर लोगों की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं बताते चलें की सुबह से शाम तक लोगों को दवा देना इंजेक्शन लगाना यहां तक कुछ यैसे मरीज हैं जिनको बोतल तक चढ़ाने का कार्य केवल अकेले अकेले अपने डिस्पेंसरी में डाक्टर रूपी देवदुत अरिबनद और संतोष कर रहे हैं चौराहे पर एक दो रिफियुजी डाक्टर भी रहते थे लेकिन जब कोई संकट का समय आता है तो वो भाग जाते हैं और डिस्पेंसरी पर नजर तक नहीं आते हैं साथ ही नोनापार चौराहे के मेडिकल स्टोर संचालक भी अपनी भुमीका बहुत ही सराहनीय तरिके से निभा रहे हैं किसी को किसी भी प्रकार की दवा लेने में कोई परेशानी नहीं होने दे रहे हैं अपनी जान जोखिम में डालकर ये लोग इस महामारी में जिस प्रकार से अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं इनको युवाओं ने सैलुट के माध्यम से इनका हौसला अफजाई कर रहे हैं कुछ युवा अपने मोबाइल पर स्टेटस लगा कर इन करोना योद्धाओं का हौसला अफजाई कर रहे हैं युवाओं ने डाक्टर अरबिनद तिवारी और डाक्टर सन्तोष तिवारी को देवदुत कहा और कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है हम सभी यूवा अपने देवदुतो को सैलुट करते हैं और ईश्वर से ये प्रार्थना करते हैं और ये आशा करते हैं कि हमारे देवदुतो ने जिस प्रकार अपना हौसला बनाया है हम सभी इनके साथ है और इनकी प्रेरणा से इस महामारी को जरुर भगा देंगे जय हमारे देवदुत जय हिन्द