कैलाश नाथ द्विवेदी (अवधनामा संवाददाता)
योजना का लाभ देने के लिए 19 करोड़ रूपये का हो चुका है जिले में भुगतान
सिद्धार्थनगर।(Siddharthnagar) जिले में 48700 गर्भवती व धात्री माताओं को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) का लाभ दिलवा कर आशा कार्यकर्ताओं ने उन्हें पोषण की राह दिखायी है। यह पैसे मातृ पोषण के लिए दिये जाते हैं ताकि जच्चा-बच्चा स्वस्थ रहें। इस योजना के तहत लाभार्थियों को अब तक 19 करोड़ रूपये का भुगतान किया गया है। योजना के तहत पहली बार गर्भवती व धात्री माताओं को समुचित पोषण के लिए तीन किश्तों में पांच हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
एक जनवरी 2017 से प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) की शुरूआत होने के बाद लाभार्थियों को आशा कार्यकर्ता के जरिए पंजीकरण कर कर लाभ दिया जा रहा है। जिले में योजना की शुरूआत के बाद से राज्य स्तर से निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने का भरपूर प्रयास भी हो रहा है। योजना के शुभारंभ के बाद से अप्रैल 2021 तक निर्धारित लक्ष्य 59086 के सापेक्ष 48700 लोगों को पंजीकरण कराते हुए लाभ दिया गया है। योजना की जिला समन्वयक वर्तिका ने बताया कि राज्य स्तर से निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिए आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से पंजीकरण कराया जा रहा है। इसके अलावा अभियानों के जरिए भी योजना पर फोकस कर लोगों को लाभ दिलाए जाने का भरपूर प्रयास जारी है। कार्यक्रम सहायक प्रदीप भारती ने बताया कि पहली बार गर्भवती व धात्री माताओं को प्रोत्साहन राशि सीधे तौर पर उनके खाते में भेजी जा रही है। लाभार्थी खुनियांव ब्लॉक क्षेत्र के गुलहरिया गांव निवासी तबस्सुम पत्नी सद्दाम के गर्भवती होने पर आशा कार्यकर्ता सुनीता ने योजना में पंजीकरण कराकर लाभ दिलाया। लाभार्थी को पंजीकरण कराने से लेकर बच्चे के जन्म के तुरंत बाद लगने वाले टीके की डोज दिलाने पर तीन किश्तों में 5000 रूपये की प्रोत्साहन राशि दी गई है। वहीं बांसी ब्लॉक क्षेत्र के उड़वलिया गांव की निवासी इंद्रावती पत्नी शेषमणि के गर्भवती होने पर गांव की आशा कार्यकर्ता गुडि़या सिंह ने पीएमएमवीवाई योजना में उनका पंजीकरण कराया। लाभार्थी को आशा कार्यकर्ता ने निश्चित समय पर जांच व प्रसव पश्चात टीकाकरण करा कर तीन किश्तों में प्रोत्साहन राशि दिलाई है।
अब तक हुआ भुगतान
योजना के तहत पंजीकृत 48700 लाभार्थियों को तीन अलग-अलग किश्तों में 18 करोड़ 98 लाख 62 हजार रूपये का भुगतान किया गया है। इसमें जिन लाभार्थियों ने बच्चे के जन्म के तुरंत बाद के लगने वाले टीके लगवाएं हैं उन्हें पांच हजार का भुगतान हो चुका है। जो अभी गर्भवती हैं उन्हें दो किश्त का भुगतान तीन हजार रूपये किया गया है।
इस तरह मिलती है प्रोत्साहन राशि
प्रथम किश्त
गर्भावस्था का पंजीकरण कराकर प्रथम किश्त के एक हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
दूसरी किश्त
प्रसव पूर्व कम से कम एक जांच कराकर (गर्भावस्था के छह माह बाद) द्वितीय किस्त के रूप में दो हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
तीसरी किश्त
प्रवस के बाद नवजात शिशु का पंजीकरण एवं जन्म के तुरंत बाद टीका चक्र (बीसीजी, ओपीवी, डीपीटी एवं हेपेटाइटिस बी) पूर्ण करवाकर तृतीय किश्त के रूप में दो हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
पीएमएमवीवाई योजना के तहत पहली बार गर्भवती व धात्री माताओं को योजना का लाभ दिलाया जा रहा है। राज्य स्तर से निर्धारित लक्ष्य को पाने के लिए पूरा प्रयास जारी हैं।
डॉ. सौरभ चतुर्वेदी, नोडल अधिकारी (पीएमएमवीवाई)
ब्लॉकवार लाभार्थी आंकड़े
ब्लॉक लाभार्थी संख्या
बांसी 4227
बढ़नी 2411
भनवापुर 4714
बर्डपुर 2994
डुमरियागंज 4850
इटवा 3771
जोगिया 2479
खेसरहा 4393
खुनियांव 4307
लोटन 2483
मिठवल 4464
नौगढ़ 2783
शोहरतगढ़ 2434
उसका बाजार 2390
(आंकड़े एक जनवरी 2017 से 14 अप्रैल 2021 तक)
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