प्रयागराज : (Prayagraj) चकनिरातुल् कर्बला की दलित बस्ती में अवैध तरीके से दलितों को बेघर कर देने के विरुद्ध जो आंदोलन चल रहा था उसको आगे आगे बढ़ाते हुए बाबासाहेब अंबेडकर के जन्मदिन पर एक आयोजन किया गया जिसमें वहाँ की धरती पर बाबा साहब की आकृति इलाहाबाद विश्वविद्यालय के बच्चों ने उकेर कर साथ में मोमबत्ती जलाकर, बस्ती को रोशनी से भरकर * बाबासाहेब की जयंती* मनाई गई और संकल्प लिया गया कि जब तक दलितों का घर वापस नहीं बन जाता और शिक्षा से मरहूम बच्चों को स्कूल नहीं भेजा जाता तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।
उल्लेखनीय है के सन 2009 में जिलाधिकारी इलाहाबाद ने चकनिरातुल करबला मे गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लोगों को 90 साल के लिए पट्टा दिया था परंतु मुश्किल से 11 साल ही बीते थे कि अचानक एक दिन पीडीए के दस्ते ने उनके घरों को ध्वस्त कर दिया और कोबिद् महामारी के दौरान उनके खाने-पीने चिकित्सा और पेयजल की व्यवस्था भंग हो गई जिसके खिलाफ पिछले 1 हफ्ते से लगातार आंदोलन चल रहा है।
इसके बाबत महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, एससीएसटी कमीशन,
जिलाधिकारी इलाहाबाद, सीएमओ इलाहाबाद, कमिश्नर इलाहाबाद, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग राष्ट्रीय, महिला आयोग को पत्र लिखा जा चुका है पर आज तक तक कर्बला के गरीब लोगों की सुध लेने फिलहाल कोई नहीं पहुंचा है उनके खाने-पीने और चिकित्सा की व्यवस्था नागरिक समाज के हवाले है।
आज घोषणा की गई यदि 1 हफ्ते के भीतर जिलाधिकारी इलाहाबाद और सीएमओ इलाहाबाद कर्बला की बस्ती में खाने और चिकित्सा की उचित व्यवस्था नहीं करते तो माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद में पीआईएल दाखिल की जायेगी।
बाबासाहेब की जयंती कार्यक्रम और प्रकाश कार्यक्रम के दौरान बस्ती में मास्क,फल, बिस्किट वितरित किए गए और जिन्हें आवश्यकता उन्हें दवाइयां भी वितरित की गयीं।
इस दौरान डॉ ऋचा सिंह, मुंडेरा मंडी के महासचिव प्रमोद यादव, मो. इमरान यूनुस, पिंटू यादव, मुजीब अहमद, सचिन दास, रवि लेखक, मंजीत हेला, शुभम, अश्वनी, सुमित मौजूद रहे।
करबला की दलित बस्ती में बाबा साहेब की आकृति उकेर कर और मोमबत्तीयों का प्रकाश कर मनाई जयंती
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