अवधनामा संवाददाता
लखनऊ। (Lucknow) डाॅ0 अम्मार रिज़वी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, आल इंडिया मायनारिटीज़ फ़ोरम फ़ार डेमोक्रेसी ने अपने प्रेस वक्तव्य में कहा कि वह माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पारित उस निर्णय का स्वागत करते हैं जिसके द्वारा माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने वसीम रिज़वी की याचिका को खारिज ही नहीं किया है बल्कि पचास हजार रूपये का जुर्माना लगाते हुए यह भी टिप्पणी की है कि इस याचिका का कोई महत्व नहीं है।
डाॅ0 रिज़वी ने कहा कि व्यक्ति को सभी धर्मो का आदर करना चाहिए। कभी भी किसी प्रकार की ऐसी बात नहीं कहना चाहिए जिससे समाज के किसी भी वर्ग को आघात पहुंचे। धर्म का सम्बन्ध आस्था से होता है। आस्था को कभी चुनौती नहीं दी जा सकती।
डाॅ0 रिज़वी ने कहा कि ऐसे लोग जो समाज में दरार डालने की कोशिश करते हैं उनका सामाजिक बहिष्कार किया जाना चाहिए।