अवधनामा संवाददाता
मोहम्मदी-खीरी। (Mohammadi-Khiri.) ब्राह्मण वेलफेयर फाउंडेशन की नगर इकाई मोहम्मदी द्वारा मासिक बैठक के साथ होली मिलन समारोह संस्थापक देव रंजन मिश्रा के निवास पर सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर सभी संरक्षक पण्डित जुगल किशोर मिश्रा, पण्डित राम शरण शुक्ला, पण्डित राम गोपाल अवस्थी, पण्डित सुरेश चन्द्र शुक्ला, पण्डित रमाकान्त मिश्रा, पण्डित . राम औतार शुक्ला, पण्डित श्रीकान्त त्रिपाठी, पण्डित बाबूराम शुक्ला उपस्थित रहे। ब्राह्मण वेलफेयर फाउंडेशन की नगर इकाई की मासिक बैठक पण्डित जुगुल किशोर मिश्रा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक को सम्बोधित करते हुए युवा सचिन दीक्षित (रिंकू) ने कहा कि ब्राह्मणों को संस्कार, वैज्ञानिक विशिष्टताओं, साहित्यिक, सामाजिक क्रिया कलापों पर नई पीढ़ी में जागरूकता की नितांत आवश्यकता है। वही पण्डित सच्चिदानंद राय ने समाज को प्रगतिशील बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया। पण्डित रमाकांत मिश्रा और रामनिवास दीक्षित ने समाज के बन्धुओं से सम्पर्क कर उनके सुख दुख की जानकारी ले उस पर कार्य करने की सलाह दी। पूर्व कोषाध्यक्ष पण्डित राम गोपाल अवस्थी ने रचनात्मक कार्यों में सहभागिता करने का सुझाव दिया। इसी कड़ी में नगर अध्यक्ष पण्डित मिश्रीलाल शुक्ला ने पूर्व के पदाधिकारियों को जिला व तहसील स्तर पर नामित करने का संस्थापक देवरंजन मिश्रा को प्रस्ताव दिया। जिसका उपस्थित सभी बन्धुओं ने समर्थन किया। जिसके चलते देवरंजन मिश्रा ने अपनी सहमति प्रदान की। पण्डित प्रमोद त्रिवेदी ने नगर की जन समस्याओं को संगठन के माध्यम से उठाने का प्रस्ताव किया, जिसका राकेश मिश्रा और कमलेश दीक्षित ने समर्थन किया। अन्त में सभा अध्यक्ष जुगुल किशोर मिश्रा ने समाज को बुराइयों से दूर और एकजुट होकर संगठन को शीर्ष पर पहुंचाने को कहा और उपस्थित सभी बन्धुओं को होली मिलन की शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम का संचालन राजकिशोर मिश्रा ने किया। कई अन्य बन्धुओं ने संगठन के विस्तार के कई आयामों को अपने अपने शब्दों में व्यक्त किया। तदोपरान्त होली मिलन कार्यक्रम बधाई और शुभकामनाओं के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर के के बाजपेई, संजय मिश्रा, आनंद बाजपेई, लालमन बाजपेई, पंडित श्री दुर्गेश बाजपेई, श्यामबाबू मिश्रा, सुधीर पांडेय, भारती अग्निहोत्री, अंकित मिश्रा, ज्ञान प्रकाश शुक्ला, सदानंद मिश्रा, आदित्य शुक्ला,रज्जन शुक्ला, वैभव मिश्रा, निष्कर्ष शुक्ला सहित कई युवा और समाज के बुद्धिजीवी मौजूद रहे।