चीनी सरकार की नीतियों की आलोचना करने वाले बिजनेसमैन जैक मा पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बड़ी कार्यवाई की है। उन पर पहले से ही कई तरह की पाबंदियों लगाने के बावजूद चीनी सरकार ने अब उनकी कंपनी अलीबाबा के खिलाफ बड़ा जुर्माना लगाया है। चीन ने इस कम्पनी ग्रुप पर 2.78 अरब डॉलर का जुर्माना लगाया है। इसे अली बाबा के खिलाफ अब तक सबसे बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है।
बताया जा रहा है कि अलीबाबा ग्रुप ने एकाधिकार विरोधी नियमों का उल्लंघन किया है। साथ ही बाजार में अपनी रसूख का गलत उपयोग किया है। इसलिए कंपनी पर 2.75 अरब डॉलर का जुर्माना लगाया गया है।
जुर्माने की यह राशि 2019 में कंपनी द्वारा कमाए गए राजस्व के लगभग 4 फीसदी के बराबर है। गौरतलब है कि पिछले साल जैक मा ने सरकार की नीतियों की आलोचना की थी, इसके बाद से ही वो लगातार सरकार के निशाने पर है ।
बता दें कि अक्तूबर, 2020 में जैक मा ने किसी मुद्दे पर को लेकर चीनी सरकार की आलोचना की थी। कहा जाता है कि, इसके बाद से ही जैक मा की कोई सार्वजनिक उपस्थिति दर्ज नहीं हुई है। इस बाद उनके बारे में रहस्य तब और गहरा ओ गया , जब वे अपने टैलेंट शो ‘अफ्रीका के बिजनेस हीरो’ के फाइनल एपिसोड में भी नहीं दिखाई पड़े। उनकी जगह अलीबाबा के एक अधिकारी ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी।
इसके बाद से ही दुनिया भर में जैकमा के लापता होने की चर्चा की गई। इसके बाद से ही जैकमा एक वीडियो कार्यक्रम में नजर आए। दरअसल जैक मा ने अक्तूबर, 2020 में चीन के वित्तीय नियामकों और सरकारी बैंकों की आलोचना की थी। उन्होंने शंघाई में दिए अपने भाषण में आलोचना की थी।
इसके अलावा जैक मा ने सरकार से ये भी आह्वान किया था कि वह ऐसे सिस्टम में बदलाव करे, जो कारोबार में नवाचारों के प्रयासों को दबाने का काम कर रहे हैं। इसके बाद चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी उनपर बिगड़ गई थी। साथ ही उनके एंट ग्रुप सहित कई कारोबारों पर असाधारण प्रतिबंध लगाए जाने शुरू हो गए थे।