- 45 वर्ष के उपर 240000 के सापेक्ष 89399 ने कराया पंजीकरण
अवधनामा संवाददाता
आजमगढ़। (Azamgarh) गुरूवार को मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 एके मिश्रा ने बताया है कि धीरे-धीरे कोरोना की रफ्तार बेलगाम होती जा रही है, ऐसे में बचाव के उपाय बेहद सीमित हैं, जिनमें सबसे महत्वपूर्ण टीकाकरण अभियान को तेजी से बढ़ाना है, परन्तु लगातार अपील के बावजूद आज भी हमारे जनपद के 45 वर्ष के ऊपर के लक्ष्य 240000 के सापेक्ष में मात्र 89339 लोगों ने ही कोविड टीका पंजीकरण करवाया और मात्र 85944 लोगों ने ही टीके की प्रथम खुराक ली है, जो की दूसरी खुराक तक बेहद कम हो करके सिर्फ 2124 तक सीमित रह गई है। ये आंकड़े बेहद डरावने एवं हमारे समाज को किसी बड़ी मुसीबत में ढकेलने जैसे हैं, जिसकी जवाबदेही उन सभी लोगों की होगी, जिन्होंने या तो टीका लगवाया नही या फिर दूसरी डोज तक आते-आते लापरवाही कर दिये। ध्यान रहे यदि जनपद में कोरोना का कहर बढ़ेगा, तो उसकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी एवं उत्तरदायित्व उन्ही लोगों का होगा, जिन्होंने वक्त रहते टीकाकरण अभियान का हिस्सा नही बनना चाहा।
उन्होंने कहा कि आज भी 45 वर्ष से ऊपर के 157,528 लोगों ने कोविड टीका नही लगवाया है, जबकि स्वास्थयकर्मियों ने 20754 के सापेक्ष 17022 प्रथम डोज एवं 10569 द्वितीय डोज ली। वहीं अन्य विभागों के फ्रंटलाइन कर्मियों ने 17057 के सापेक्ष 13922 प्रथम डोज एवं 7375 द्वितीय डोज लगवाया। सीएमओ ने कहा कि आंकड़े लापरवाही एवं संवेदनहीनता के द्योतक हैं, क्योंकि इन आंकड़ों में सभी जागरूक समाज है, वे या तो सरकारी तंत्र से जुड़ा कर्मी है या फिर 45 वर्ष से ऊपर का प्रौढ़ हो चुका देश का जिम्मेदार नागरिक है। ऐसे में इन्हें खुद ही समझना होगा और शीघ्रताशीघ्र अपने किसी नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर पहुँच कर जल्द से जल्द निःशुल्क टीका लगवा लेना चाहिए।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि हमारे जनपद में सरकार से प्राप्त ज्यादातर वैक्सीन कोविडशील्ड रही है। हालाँकि को-वैक्सीन भी हमें प्राप्त हुई थी, परन्तु जहाँ कोविडशील्ड वैक्सीन 117155 मिली। वहीं को-वैक्सीन महज 19812 प्राप्त हुई। उन्होंने कहा कि दोनों वैक्सीन स्वदेशी निर्मित हैं और दोनों टीकों को देश के जाने माने वैज्ञानिकों ने बेहद उच्चस्तरीय प्रयोगशालाओं में दुनियां के श्रेष्ठ वैज्ञानिकों के साथ मिलकर यहीं भारत में बनाया है, जरूरत सिर्फ हमें सतर्क रहते हुए दो गज की दूरी बनाए रखने के साथ मास्क पहन कर के बाहर निकलने की और टीकाकरण अभियान को शत-प्रतिशत सफल बनाने की है, जिससे हम सभी मिलकर कोरोना जैसी महामारी की इस खतरनाक लड़ाई में जीत हासिल कर सकें।