- गेहूं क्रय में कोई भी व्यक्ति लापरवाही करता है तो थानाध्यक्ष लिखें तत्काल मुकदमा -अजय श्रीवास्तव
अवधनामा संवाददाता
डुमरियागंज सिद्धार्थनगर। (Dumariyaganj Siddhartha Nagara) तहसील अंतर्गत गेहूं क्रय में पारदर्शिता लाने तथा छोटे किसानों को उनकी मेहनत का मूल्य उपलब्ध कराने तथा बिचौलियों से मुक्ति दिलाने के उद्देश्य ग्राम पंचायत भानपुररानी में उपजिलाधिकारी त्रिभुवन की अध्यक्षता में किसान कल्याण समिति भानपुर की बैठक की, जिसमें कमेटी के लोगों ने जनसेवा केंद्र ऑपरेटर को बुलाकर 50 से अधिक किसानों का ऑनलाइन आवेदन कराया तथा लेखपाल ने मौके पर ही सत्यापित किया। गेहूं क्रय का सरकारी मूल्य 1975 रूपये है, जबकि बिचौलिया 1500 रुपए में खरीदते हैं। बिचौलिया को समाप्त करने के लिए ग्राम स्तरीय कमेटी की बैठक की गई।
मौके पर क्षेत्राधिकारी डुमरियागंज एवं ग्राम भानपुररानी के किसान उपस्थित थे। बैठक में ग्राम किसान कल्याण समिति की बैठक में बिचौलियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई के करने के लिए उपजिलाधिकारी त्रिभुवन द्वारा कहा गया कि गांव गांव में कैंप लगाकर छोटे किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रति कुंटल 1975 रुपए गेहूं बिकवा कर किसानों को दिलवाया जाएगा। अगर कोई भी खाद्यान्न माफिया किसानों के मूल्य के साथ खिलवाड़ करेगा तो सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अब किसान ग्राम कल्याण समिति के माध्यम से सहयोग लेकर सीधे गांव में ऑनलाइन आवेदन करेंगे।ऑनलाइन आवेदन में सहज जन सेवा केंद्र और जन सेवा केंद्र के ऑपरेट गांव गांव जाकर कैंप लगाएंगे तथा सहज जन सेवा केंद्र पर भी किसानों का ऑनलाइन आवेदन करना सुनिश्चित करेंगे।आज ग्राम भानपुर रानी में ऑपरेटर ने स्वयं कैंप लगाकर 50 से अधिक किसानों का ऑनलाइन आवेदन किया। सभी ग्रामों में गेहूं क्रय हेतु ग्राम किसान कल्याण समिति का गठन प्रस्तावित किया गया है जिसमें से 110 ग्राम किसान कल्याण समिति का सृजन हो चुका है। जिसकी पहली बैठक भानपुररानी में कराई गई है। इस कमेटी में ग्राम पंचायत के पांच संभ्रांत किसान तथा 5 अन्य सदस्य कर्मचारी लेखपाल, रोजगार सेवक, किसान सहायक, चौकीदार, कोटेदार सदस्य रहेंगे। लेखपाल कमेटी के संयोजक रहेंगे। क्षेत्राधिकारी अजय कुमार श्रीवास्तव ने समस्त थानाध्यक्षों को निर्देशित किया गया कि अगर किसानों के गेहूं क्रय में कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार की लापरवाही करता है तो थानाध्यक्ष तत्काल मुकदमा लिखें और गिरफ्तार कर जेल भी भिजवाना सुनिश्चित करें। छोटे किसानों के साथ धोखाधड़ी करने वालों को कतई बख्शा नही जाएगा। जेल भेजने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
ग्राम किसान कल्याण कमेटी के सदस्य किसान द्वारा संबोधित करते हुए कहा गया है कि यह पहली बार हुआ है कि गांव गांव जाकर ऑपरेटर ऑनलाइन आवेदन करा रहे हैं तथा किसानों का भी सहयोग लेकर समिति बनाई गई है। छोटे किसानों की खरीदारी पर बल दिया जा रहा है एवं बिचौलियों का सफाया करने का प्रयास जारी है। बिचौलियों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। किसानों को 1975 रुपए प्रति कुंटल का गेहूं मूल्य मिलने की दिशा में प्रशासन सक्रिय है। यह किसानों के लिए सौभाग्य की बात है।
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