बाल्मीकि समाज के लोग पुलिस क्षेत्राधिकारी द्वितीय से मिले
सहारनपुर। (Saharanpur) आजादी के वर्षो बाद भी जातिगत भेदभाव साफ होता नहीं दिख रहा है, जिसका एक उदाहरण उस समय देखने को मिला, जब आज बाल्मीकि समाज के लोग नगर मजिस्ट्रेट से मिले और एक कोचिंग सैंटर संचालक द्वारा समाज की बच्ची को कोचिंग न दिये जाने का आरोप लगाया। जिस पर नगर मजिस्ट्रेट ने प्रतिनिधि मण्डल को आश्वासन दिया कि मामले की जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी द्वितीय को सौंपी गयी है और कार्रवाई की जायेगी।
आज मधुबन बिहार कालोनी गली नं 1 निवासी सिकंदर पुत्र सुखपाल बाल्मीकि समाज के जिलाध्यक्ष ब्रजमोहन सूद के नेतृत्व में नगर मजिस्ट्रेट से मिले और सौंपे ज्ञापन में बताया कि उनकी पुत्र मानवी कक्षा 9 की छात्रा है, जो सैंटमैरीज एकेडमी में पढती है। उनका आरोप है कि विगत् 30 मार्च को उनकी पुत्री पड़ौस में रहने वाले धर्मेन्द्र की पुत्री मान्या के साथ गणित, विज्ञान टयूशन लेने के लिए नवीन नगर स्थित लूथरा कोचिंग सैंटर पहुंची थी, जिसके संचालक सौरभ लूथरा ने बताया कि एक विषय के 1200 रूपये तथा दो विषयों के 1900 रूपये फीस ली जायेगी, जिस पर बच्ची फीस देने को राजी हो गयी।
आरोप है कि जब शिक्षक द्वारा बच्ची की जाति पूछी गयी, तो उसने कहा कि वह बाल्मीकि है, यह सुनते ही शिक्षक सौरभ लूथरा ने बच्ची को टयूशन पढ़ाने से स्पष्ट इंकार करते हुए कहा कि उसके सैंटर की प्रतिष्ठा का सवाल है और वह उसे कोचिंग नही दे सकतें। आरोप है कि उन्होंने जब अपनी बात रखी, तो शिक्षक आग बबूला हो गए और उनके साथ जाति सूचक शब्दों का प्रयोग भी किया। उन्होंने नगर मजिस्ट्रेट से मांग करते हुए मामले की जांच कराकर कोचिंग संचालक के विरूद्ध कार्रवाई करायी जाये, जिससे कि भविष्य में जातिगत भेदभाव के मामले सामने न आये, क्योंकि संविधान में सभी को बराबरी का दर्जा दिया गया है। जिस पर नगर मजिस्ट्रेट ने प्रतिनिधि मण्डल को आश्वासन दिया कि मामले की जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी द्वितीय को सौंपी गयी है और कार्रवाई की जायेगी। इस दौरान हरपाल सिंह बाल्मीकि, विनोद कुमार, अक्षय कुमार, सिकंदर, हर्षित, वीरपाल, जसबीर, पिंटू आदि मौजूद रहे।