उत्तर मध्य रेलवे ने वर्ष 2020-21 को विभिन्न क्षेत्रों में रिकॉर्ड प्रदर्शन के साथ किया पूरा

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  • जीएम एनसीआर ने की संरक्षा, समय पालनता, लदान एवं राजस्व अर्जन की स्थिति की समीक्षा
  • उत्तर मध्य रेलवे ने वित्त वर्ष 2020-21 को विभिन्न क्षेत्रों में रिकॉर्ड प्रदर्शन के साथ किया पूरा
  • उत्तर मध्य रेलवे द्वारा हसिल की गई अब तक की सर्वश्रेष्ठ लोडिंग, समय पालनता, औसत गति, स्क्रैप बिक्री, विद्युतीकरण और अन्य आधार भूत संरचना का विस्तार
  • पिछले वर्ष की तुलना में माल लदान में सुधार के क्रम में उत्तर मध्य रेलवे भारतीय रेल की जोनल रेलों में शीर्ष चार रेलवे में शामिल

अवधनामा संवाददाता
प्रयागराज। (Prayagraj) महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे विनय कुमार त्रिपाठी ने उत्तर मध्य रेलवे पर संरक्षा परिसंपत्ति विश्वसनीयता समय पालनता माल लदान और राजस्व अर्जन की स्थिति की समीक्षा की। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित बैठक में अपर महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे  रंजन यादव उत्तर मध्य रेलवे  के प्रमुख विभागाध्यक्ष और प्रयागराज झांसी और आगरा मंडल के मंडल रेल प्रबंधक और मुख्यालय और डिवीजनों के अन्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
वर्ष 2020-21 के दौरान कोविड 19 के अभूतपूर्व संकट से गुजरने के बावजूद उत्तर मध्य रेलवे ने अनुरक्षण और रेल संचालन के कई क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में उत्तर मध्य रेलवे के प्रमुख विभागाध्यक्षों एवं प्रयागराज झाँसी और आगरा के मंडल रेल प्रबंधकों द्वारा सावधानीपूर्वक योजना निर्माण और तदोपरांत प्रगति की निगरानी करते हुए सभी अधिकारियों कर्मचारियों और पर्यवेक्षकों के योगदान से उत्तर मध्य रेलवे ने पिछले साल की तुलना में वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए निर्धारित लक्ष्य के साथ साथ माल लदान माल लदान राजस्व स्क्रैप बिक्री माल गाड़ियों की औसत गति समय पालनता विद्युतीकरण और अन्य आधार भूत संरचना विस्तार कार्यों को पूरा करने के संबंध में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है।
सीपीआरओ अजीत कुमार सिंह ने बताया कि
चालू वित्त वर्ष में अब तक के सबसे अच्छे माल लदान प्रदर्शन का रिकॉर्ड बनाते हुए उत्तर मध्य रेलवे ने चालू वित्त वर्ष में 166 लाख टन माल लदान किया है। जो पिछले वर्ष के 147.5 लाख टन लदान की तुलना में 18.5 लाख टन अधिक है और साथ ही वर्ष 2018-19 में हासिल किए पिछले उच्चतम लदान 154 लाख टन की तुलना में 12 लाख टन अधिक अधिक है। प्रारंभिक माल लदान में पिछले साल की तुलना में 12.5 फीसद वृद्धि के साथ उत्तर मध्य रेलवे ने भारतीय रेल की सभी क्षेत्रीय रेलों में चौथा स्थान प्राप्त किया है। इस लदान से उत्तर मध्य रेलवे ने रुपये 1726.29 करोड़ का माला भाड़ा राजस्व अर्जित किया है।
जो पिछले वर्ष के के राजस्व रुपये 1530.28 करोड़ से रुपये 196 करोड़ अधिक है। माल लदान में उल्लेखनीय वृद्धि के अलावा 2020-21 में उत्तर मध्य रेलवे ने स्क्रैप बिक्री से भी अब तक का सर्वाधिक राजस्व अर्जित किया है। चालू वित्त वर्ष में स्क्रैप बिक्री के माध्यम से रुपये 270.70 करोड़ का राजस्व अर्जित किया है।
यह न केवल अब तक की अनुपयोगी सामग्री के निस्तारण के माध्यम से सबसे अधिक अर्जन है। बल्कि पिछले वर्ष की तुलना में रुपये 46.22 करोड़ अधिक का अर्जन है और वर्तमान वित्त वर्ष के 210 करोड़ रुपये के लक्ष्य की तुलना में रुपये 60 करोड़ से अधिक है। उत्तर मध्य रेलवे ने माल लदान के अलावा माल गाड़ियों की औसत गति और कोचिंग ट्रेनों की समयपालनता में भी उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया गया। चालू वित्त वर्ष के दौरान उत्तर मध्य रेलवे ने 86.7 प्रतिशत की समय पालनता को हासिल किया है। वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान गाड़ियों की समय पालनता की तुलना में 57 फीसद का सुधार दर्ज किया है।
वर्ष 2020-21 में उत्तर मध्य रेलवे में मालगाड़ियों की औसत गति 44.35 किमी प्रति घंटे रही। जो 2019-20 की 24.18 किमी प्रति घंटे की औसत गति से 83.5 फीसद का सुधार है।
कोविड 19 के फलस्वरूप लगे लॉकडाउन के कारण चल रही परियोजनाओं में प्रारंभिक बाधाओं के बावजूद उत्तर मध्य रेलवे ने 2020-21 में रिकॉर्ड संख्या में परियोजनाओं को पूरा किया है।
मंडलों निर्माण इकाई रेलवे विद्युतीकरण और अन्य परियोजना निष्पादन इकाइयों के सक्रिय योगदान से उत्तर मध्य रेलवे ने 2020-21 में विद्युतीकरण दोहरीकरण आरओबी  आरयूबी स्वचालित सिग्नलिंग यार्ड रीमॉडलिंग गति बढ़ाने और अन्य प्रमुख आधारभूत संरचना निर्माण कार्यों को रिकॉर्ड संख्या में कमीशन किया गया है।
सिंह ने बताया कि इनके पूरा होने से उत्तर मध्य रेलवे में संरक्षा ट्रेन संचालन क्षमता गतिशीलता और यात्री सुविधाओं में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
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