‘खजाना हाथ लग गया है’, इरफान खान के बेटे बाबिल के ​हाथ लगी पिता की खास डायरी

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'Khazan haath lag gaye hai', special diary of father engaged to Babil, son of Irrfan Khan, wrote-

नई दिल्ली। (New Delhi)  बॉलीवुड दिवंगत एक्टर इरफान खान (Irrfan Khan )का यूं अचानक चला जाना आज भी उनके फैंस को काफी खलता है। उनके निधन को आज कई महीने बीत चुके हैं लेकिन आज भी उनका परिवार और उनके फैंस उन्हें याद कर सोशल मीडिया पर पोस्ट करते रहते हैं। वहीं इरफान (Irrfan) का बेटा बाबिल (Babil) अपने पिता को एक पल के लिए भी भूल नहीं पाया। बाबिल (Babil) आए दिन पिता की याद में कुछ न कुछ सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं जिसे देख इरफान(Irrfan)  के फैंस भी भावुक (Sentimental )हो उठाते हैं। इसी बीच एक बार फिर बाबिल (Babil) ने पिता की याद में उनके लिए एक खास पोस्ट शेयर किया है। इस बार बाबिल (Babil) ने अपने दिवंगत पिता (Late father )की एक

इरफान खान (Irrfan Khan )के बेटे बाबिल (Babil)  ने एक वीडियो अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट किया है। वीडियो में इरफान खान खान (Irrfan Khan ) की एक डायरी नजर आ रही है। वहीं अपनी डायरी में इरफान खान खान (Irrfan Khan ) ने अपनी लाइफ से जुड़ी कई सारी बातें लिखी थीं। इस वीडियो को शेयर करते हुए बाबिल ने कैप्शन में लिखा, ‘मुझे अभी बाबा की अलमारी से वो नोटबुक मिली है जो मैंने उन्हें शायद तब दी थी जब मैं करीब 12 साल का था। इसमें बाबा ने मेरे लिए ही एक्टिंग नोट्स लिखे हुए हैं।’

बाबिल (Babil)  ने आगे लिखा, ‘इस डायरी को पढ़कर ऐसा लगता है कि जैसे फिल्म स्कूल के बाद वह मुझे पढ़ाना चाहते थे। तो मुझे लगता है कि अभी मुझे उनका खजाना हाथ लग गया है। मैं आपके साथ कुछ शुरुआती नोट्स शेयर करूंगा क्योंकि मैं चाहता हूं आप सोचें कि मैं एक भला आदमी हूं।’ ऐसी कई सारी बातें बाबिल (Babil)  ने अपने इस पोस्ट में शेयर की हैं। वहीं इसी कैप्शन में बाबिल(Babil)   ने आखिरी में ये भी लिखा कि कई चीजें उन्हें समझ नहीं आई हैं।

आपको बता दें कि 29 अप्रैल, 2020 को इरफान खान खान (Irrfan Khan )ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। इरफान खान खान (Irrfan Khan )ने बॉलीवुड ही नहीं ​बल्कि हॉलीवुड तक की फिल्म में काम किया है। उनकी पहली फिल्म साल 1988 में आई ‘सलाम बॉम्बे’ (‘Salaam Bombay’ )थी। इस फिल्म को मीरा नायर (Meera Nair ) ने डायरेक्ट किया था। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों ‘कमाल की मौत’, ‘(Kamal ki mout) दृष्टि’, ‘(Drashti) एक डॉक्टर की मौत’, ‘(Aik doctor ki mout) कसूर’, (Kasur ‘)’हासिल’, (Hasil) ‘तुलसी’, (Tulsi) ‘पीकू’, ‘(Piku ‘) अंग्रेज़ी मीडियम’ ‘(angrezee meediyam) पान सिंह तोमर’, (Paan Singh Tomar’) ‘द लंचबॉक्स’, ‘(‘The Lunchbox’) तलवार’, ‘(Talwar) लाइफ ऑफ पाई’, ‘(Life of Pi) मुंबई मेरी जान’, (Mumbaimeri Jaan)  बीवी और गैंगस्टर रिटर्नस’, ‘(Biwi Aur Gangster Returns’)_हिंदी मीडियम’, ‘(Hindi medium ‘) मकबूल’ (Maqbool ) जैसी फिल्मों में अपनी दमदार एक्टिंग का दम दिखाया।

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