नई दिल्ली। एलएसी पर भारत और चीन के रिश्तों में जमीं बर्फ धीरे-धीरे पिघल रही है। कम होते तनाव के बीच चीन ने पहली बार स्वीकार किया है कि जून-2020 में लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों के साथ हुए संघर्ष में चीन सेना के पांच अधिकारी और सैनिक मारे गये थे।
चीन के सरकारी समाचारपत्र ग्लोबल टाइम्स ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के हवाले से यह जानकारी दी है। चीन ने अपनी सेना के मृत अधिकारियों और सैनिकों विस्तृत विवरण भी दिया है। इनमें पीएलए शिनजियांग मिलिट्री कमांड के रेजीमेंटल कमांडर क्यूई फबाओ, चेन होंगुन, जियानगॉन्ग, जिओ सियुआन और वांग ज़ुओरन शामिल हैं।
चीनी सेना ने गलवान संघर्ष में अपने सैनिकों के मारे जाने की स्वीकारोक्ति ऐसे समय की है जब लद्दाख सीमा पर पैन्गॉन्ग लेक के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों से भारत और चीन के सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया जारी है तथा गुरुवार को दोनों देशों के बीच इस प्रक्रिया का चौथा चरण भी शुरू हुआ है।
बता दें कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में पिछले साल 15 जून को दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हुए थे। भारत ने हालांकि अपने सैनिकों के हताहत होने की घोषणा उसी दौरान कर दी थी लेकिन चीन ने अभी तक अपने सैनिकों को हुए नुकसान का ब्यौरा नहीं दिया था।