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सीएसआईआर-भारतीय विषविज्ञान अनुसंधान संस्थान, लखनऊ के एस.एच. जैदी सभागार में हिंदी सप्ताह के पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। समारोह के संयोजक, श्री चंद्र मोहन तिवारी, हिंदी अधिकारी, आईआईटीआर ने मुख्य अतिथि, पद्मश्री प्रोफ़ेसर प्रमोद टंडन, सी.ई.ओ. बायोटेक पार्क, लखनऊ का स्वागत किया ।
समारोह की अध्यक्षता संस्थान के निदेशक, प्रोफ़ेसर आलोक धावन ने किया। मुख्य अतिथि महोदय ने अपने संबोधन में कहा कि हिंदी से जुड़े कार्यक्रम में आकर हमें अपार प्रसन्नता होती है ।
हिंदी में वैज्ञानिक कार्य करने वाले संस्थान कम हैं, किंतु आईआईटीआर में वैज्ञानिक एवं तकनीकी कार्य हिंदी में काफी किए जा रहे हैं, यह प्रसन्नता की बात है। शोध पत्र हिंदी में लिखे जा रहे हैं, यह बहुत अच्छी बात है, परंतु मैं वैज्ञानिकों और शोध छात्रों से आग्रह करता हूँ कि इस क्षेत्र में और परिश्रम करके अधिक से अधिक शोध पत्र हिंदी में प्रकाशित करें, जिससे कि आम जनता वैज्ञानिक उपलब्धियों का लाभ उठा सके। अनेक पुरस्कार प्राप्त संस्थान की राजभाषा पत्रिका ‘’विषविज्ञान संदेश’’ एक उल्लेखनीय प्रयास है,जो कि अति प्रसंशनीय है और यह हमारे लिए प्रेरणास्रोत है । इस संस्थान में जिस प्रकार हिंदी में कार्य किया जा रहा है, वह अपने आप में एक अनुकरणीय उदाहरण है । संबोधन के बाद मुख्य अतिथि ने 27 प्रतियोगिताओं के विजयी प्रतिभागियों को और निदेशक महोदय ने पिछले एक वर्ष में हिंदी में कार्य करने हेतु प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत 11 नियमित स्टाफ को प्रमाणपत्र और पुरस्कार प्रदान किए । पुरस्कार के साथ-साथ हिंदी साहित्य की पुस्तकें भी प्रदान की गईं हैं। संस्थान के निदेशक, प्रोफेसर आलोक धावन ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि विज्ञान को आगे ले जाने हेतु भाषा एक सशक्त माध्यम है। अंग्रेजी भाषा में शब्द सीमित हैं, वहीं हिंदी के पास विस्तृत शब्द भण्डार है, वैज्ञानिक और तकनीकी कार्य इसमें आसानी से किए जा सकते हैं। हम अपनी राजभाषा को कैसे आगे ले जाएं, यह सोच हम सभी के अंदर होनी चाहिए। संस्थान से छमाही राजभाषा पत्रिका ”विषविज्ञान संदेश " प्रकाशित की जा रही है और पर्यावरण और स्वास्थ्य से संबंधित पुस्तकें शीघ्र प्रकाशित की जाएंगी, जिससे आम जनता इनका लाभ उठा सके । हम वैज्ञानिक उपलब्धियों को आम जनता तक पहुंचाने के लिए अग्रसर हैं । समारोह के अंत में संस्थान के प्रशासन नियंत्रक, श्री अनिल कुमार ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया।
https://www.youtube.com/watch?v=5_-byR-rYEE