केंद्र सरकार द्वारा शीत कालीन सत्र न बुलाया जाना लोकतंत्र पर कुठाराघात है-शिवपाल यादव
लोकतंत्र में जन आकांक्षा की अभिव्यक्ति, संवाद एवं असहमति के द्वार हमेशा खुले रहने चाहिए-शिवपाल यादव
अन्नदाताओं पर लाठियां बरसाने वाले सत्ता में बने रहने के काबिल नहीं -शिवपाल यादव
लखनऊ। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा शीत कालीन सत्र न बुलाया जाना लोकतंत्र पर कुठाराघात है।
सरकार किसानों की समस्या व समाधान पर तत्काल विशेष सत्र बुलाए।
शिवपाल यादव ने कहा कि लोकतंत्र में जन आकांक्षा की अभिव्यक्ति, संवाद एवं असहमति के द्वार हमेशा खुले रहने चाहिए।
उन्होंने कहा कि अन्नदाताओं पर लाठियां बरसाने वाले सत्ता में बने रहने के काबिल नहीं हैं। लोकतंत्र में सांकेतिक विरोध प्रदर्शन का अधिकार सभी को है, यही लोकतंत्र की ताकत है, बड़ी सी बड़ी समस्याओं को बातचीत के द्वारा हल किया जा सकता है, जन आकांक्षा के दमन और लाठीचार्ज के लिए लोकतंत्र में कोई जगह नहीं है ।
इसी क्रम में शिवपाल यादव ने कहा कि इसके मद्देनजर किसानों और विपक्ष की आम सहमति के बिना बनाए गए, इन कानूनों पर केन्द्र सरकार पुनर्विचार करे।
सरकार किसानों की समस्या व समाधान पर तत्काल विशेष सत्र बुलाए।
शिवपाल यादव ने कहा कि लोकतंत्र में जन आकांक्षा की अभिव्यक्ति, संवाद एवं असहमति के द्वार हमेशा खुले रहने चाहिए।
उन्होंने कहा कि अन्नदाताओं पर लाठियां बरसाने वाले सत्ता में बने रहने के काबिल नहीं हैं। लोकतंत्र में सांकेतिक विरोध प्रदर्शन का अधिकार सभी को है, यही लोकतंत्र की ताकत है, बड़ी सी बड़ी समस्याओं को बातचीत के द्वारा हल किया जा सकता है, जन आकांक्षा के दमन और लाठीचार्ज के लिए लोकतंत्र में कोई जगह नहीं है ।
इसी क्रम में शिवपाल यादव ने कहा कि इसके मद्देनजर किसानों और विपक्ष की आम सहमति के बिना बनाए गए, इन कानूनों पर केन्द्र सरकार पुनर्विचार करे।
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