उन्नाव, 31 अक्टूबर। कांग्रेस पार्टी के लिये जिले मंे आज एक और झटके का दिन रहा, जब अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव व कांग्रेस में अहम स्थान रखने वाले बांगरमऊ के हफीजाबाद गाँव निवासी शशांक शेखर शुक्ला ने अन्नू टण्डन जी का समर्थन करते हुये कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
शशांक शेखर शुक्ला विगत कई महीनों से प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की कार्यकर्ताओं को सम्मान न देने व अजय लल्लू द्वारा पार्टी में विश्वनीयता भंग करने की बार बार कोशिश से आगाह करने के बाद भी शीर्ष नेतृत्व की उदासीनता से व्यथित थे। इसके अलावा कांग्रेस की लोकप्रिय नेता व पूर्व सांसद अन्नू टण्डन जी द्वारा पार्टी से इस्तीफा देने से व्यथित होकर आज शशांक शेखर शुक्ला ने कांग्रेस पार्टी से त्यागपत्र दे दिया।
शशांक शेखर शुक्ला ने कहा कि इंदिरा की कांग्रेस और आज की कांग्रेस में बहुत फर्क आ गया है। अब कांग्रेस में न वो नीति रह गई व न जनसेवा की नीयत बची। अब पूरी कांग्रेस लल्लू नीति से पतन के रास्ते जा रही जिससे हम जैसे युवाओं का सम्मान नही है। इसलिये पूर्व सांसद अन्नू टण्डन जी के इस्तीफे का सम्मान करते हुये कांग्रेस पार्टी से मैने भी इस्तीफा दे दिया।
उन्होंने आगे कहा कि हम अपने परिवार में तीसरी पीढ़ी के सदस्य थे जो कांग्रेस से जुड़े थे किन्तु प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व की तानाशाही ने न केवल एक स्वतंत्रता सेनानी के परिवार को आहत किया अपितु आज पार्टी से अलग होनेको मजबूर कर दिया।
आपको बता दे कि शशांक शेखर शुक्ला जी विश्व प्रतिष्ठित हार्वड यूनीवसिर्टी से लोक प्रशासन में ग्रेजुएट है। इसके अलावा भारतीय वायु सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद कांग्रेस पार्टी में राष्ट्रीय संयुक्त सचिव नियुक्त हुये व कई प्रदेशों में आम चुनाव में कांग्रेस प्रबंधन की बागडोर सम्भाली। इसके अलावा शशांक शेखर शुक्ला कांग्रेस पार्टी के शक्ति प्रोजेक्ट के मुख्य सर्वेसर्वा भी रहे है।
शशांक शेखर शुक्ला द्वारा इस्तीफा देने से बांगरमऊ विधान सभा में कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी कांगे्रस पार्टी छोड़ने का एलान कर दिया। जिसमें प्रमुख रुप से बब्लू यादव, रणवीर कुशवाहा, सुन्दर लाल गौतम, विजय द्विवेदी, सचिन शुक्ला, सुशील मौर्या, मो0 सलीम, सुहैल खां, अनुराग मिश्रा, मो0 इदरीश आदि लोग प्रमुख थे।