लखनऊ में वामपंथी नेता गिरफ्तार किये गए, कड़ी निंदा
लखनऊ। भाकपा (माले) की राज्य इकाई ने हाथरस, बलरामपुर सहित यूपी में महिलाओं के साथ बलात्कार और हिंसा की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ सीएम योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे की मांग को लेकर आज यहां हजरतगंज में गांधी प्रतिमा के निकट प्रदर्शन कर रहे वाम नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने की कड़ी निंदा की है।
भाकपा (माले) राज्य कार्यालय द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि गिरफ्तार किए गए लोगों में प्रमुख हैं- माकपा राज्य सचिव हीरालाल, माले राज्य स्थायी समिति के सदस्य रमेश सेंगर, राज्य समिति के सदस्य आरएस मौर्य, मंजू (ऐपवा), मधु गर्ग (एडवा), राजीव कुमार (आरवाईए), चंद्रभान, मधुसूदन (एक्टू) व रवि मिश्रा (सीटू)। सभी को पुलिस द्वारा इको गार्डन ले जाया गया, जहां प्रदर्शनकारियों ने फिर से धरना शुरू कर दिया।
भाकपा (माले) ने सभी की बिना शर्त रिहाई की मांग की है। साथ ही, हाथरस और बलरामपुर की घटनाओं के दोषियों को कड़ी सजा, हाथरस की 19 वर्षीय बलात्कार पीड़िता के शव का दाह संस्कार बिना परिवार वालों की सहमति के आधी रात को करने का आदेश देने वाले अधिकारियों, लड़की के पिता को धमकाने वाले डीएम और कार्रवाई में शिथिलता बरतने वाले एसपी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग भी की।
लखनऊ के अलावा, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, आजमगढ़, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर, सोनभद्र, प्रयागराज, अयोध्या, रायबरेली, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, जालौन, मुरादाबाद, मथुरा व अन्य जिलों में भी संयुक्त प्रतिवाद कार्यक्रम हुए।
ज्ञातव्य है कि वाम दलों – भाकपा, माकपा, भाकपा (माले), फारवर्ड ब्लाक, एसयूसीआई (सी) व आरएसपी ने संयुक्त रूप से गांधी जयंती पर राज्यव्यापी विरोध का आह्वान किया था। आह्वान के साथ हाथरस, बलरामपुर, आजमगढ़ और भदोही में एक-के-बाद-एक हुई बलात्कार की घटनाओं पर सीएम के इस्तीफे की मांग की थी।