अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षक दिवस के अवसर पर एक राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया जिसमें विशेषज्ञों ने राष्ट्रीय विकास में शिक्षकों की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि छात्रों के बौद्धिक विकास में शिक्षकों के व्यवहार, गुण और शैक्षणिक क्षमता और कौशल की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
मुख्य भाषण प्रस्तुत करते हुए प्रोफेसर मुहम्मद अख्तर सिद्दीकी (जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली) ने कहा कि अच्छे शिक्षकों की छवि छात्रों पर गहरी होती है जिसके कारण नई पीढ़ी देश के विकास में सकारात्मक भूमिका निभाती है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों से छात्र जो कुछ सीखते है वह उनके सामान्य जीवन में दिखाई पड़ता है। उन्होंने कहा कि वास्तव में कक्षा में ही राष्ट्र निर्माण होता है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में बुनियादी ढांचे और मानकीकरण पर विशेष बल दिया गया है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रोफेसर निसार अहमद खान (डीन, फैकल्टी ऑफ सोशल साइंसेज) ने शिक्षा व्यवस्था को होने वाली चुनौतियों पर चर्चा की। उन्होंने आवश्यक परिवर्तनों पर प्रकाश डालते हुऐ कहा कि हमारे स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण सुविधाओं की सख्त आवश्यक्ता है।
पैनल चर्चा में प्रोफेसर निगहत बसु (केंद्रीय विश्वविद्यालय कशमीर), प्रोफेसर रामाकर रायजादा (आरआईई, भोपाल), प्रोफेसर शेफाली पांड्या (मुंबई विश्वविद्यालय), प्रोफेसर परवीन अख्तर पंडित (केन्द्रीय विश्वविद्यालय कशमीर) तथा प्रोफेसर यासमीन गनी (लेएलयू स्कूल आफ एजूकेशन भोपाल) ने भाग लिया।
विभागाध्यक्ष प्रो नसरीन ने स्वागत भाषण दिया जबकि डा० रजिया बी ने वेबिनार के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। डॉ0 पूनम चैहान ने आभार व्यक्त किया।