फिर से शुरू हुईं लखनऊ मेट्रो की यात्री सेवाएं; मेट्रो ट्रेनों और स्टेशनों की नियमित सफ़ाई और सैनिटाइज़ेशन पर दिया जा रहा विशेष ध्यान
- प्रबंध निदेशक श्री कुमार केशव ने स्टेशन पर यात्रियों से बातचीत कर उनकी प्रतिक्रिया जानी
चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से लेकर मुंशीपुलिया तक संपूर्ण उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर पर लखनऊ मेट्रो ने एकबार फिर से रफ़्तार भरना शुरू कर दिया है। इस नई पारी में यात्रियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देते हुए लखनऊ मेट्रो ने मेट्रो ट्रेनों और स्टेशनों की साफ़-सफ़ाई और सैनिटाइज़ेशन को और भी नियमित कर दिया है। सैनिटाइज़ेशन और स्वच्छता के लिए लखनऊ मेट्रो की इस पहल की बदौलत, यात्रियों का भरोसा मेट्रो पर और भी बढ़ गया है और एकबार फिर शहरवासीपूरे भरोसे के साथ लखनऊ मेट्रो की पूर्णतयः सुरक्षित और सुविधाजनक और कॉन्टैक्स-लेस यात्रा का भरपूर लाभ उठा रहे हैं।
लखनऊ मेट्रो की यात्री सेवाओं के पुनरारंभ के पहले दिन (07.09.2020) कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक श्री कुमार केशव ने मुंशीपुलिया से हज़रतगंज मेट्रो स्टेशन तक सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया और यात्रियों से बातचीत कर उनकी प्रतिक्रिया भी जानी। यात्रियों ने लखनऊ मेट्रो द्वारा की गईं व्यवस्थाओं पर संतुष्टि प्रकट की।
मेट्रो स्टेशन में प्रवेश से लेकर, यात्रा करने और स्टेशन परिसर से बाहर निकलने तक, यात्रियों का अनुभव कॉन्टैक्ट-लेस हो, यह सुनिश्चित करने के लिए लखनऊ मेट्रो हर संभव प्रयास कर रहा है।
यात्री सेवाओं के पुनरारंभ को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने लखनऊ मेट्रो के लिए एक विस्तृत बिज़नेस कॉन्टिन्युटी प्लान तैयार किया है, जिसमें यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने से संबंधित हर मानक दिशा-निर्देशों का विस्तार से वर्णन है। मेट्रो यात्री, कंपनी की वेबसाइट और सोशल मीडिया हैंडल्स पर इस प्लान की कॉपी देख सकते हैं और आश्वस्त हो सकते हैं कि लखनऊ मेट्रो, शहर में यात्रा करने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का सबसेसुरक्षित साधन है।
मेट्रो सेवाओं के पुनरारंभ पर यूपी मेट्रो के प्रबंध निदेशक, श्री कुमार केशव का कहना है, “यात्रियों की सुरक्षा और सहूलियत से जुड़ी हर छोटी से छोटी बात का हम पूरी तरह ख़्याल रखते हैं। मेट्रो तंत्र में साफ़-सफ़ाई और सैनिटाइज़ेशन हेतु की गईं व्यवस्थाएं यह साबित करती हैं कि लखनऊ मेट्रो, शहर में मौजूद सार्वजनिक यातायात के अन्य किसी भी साधन से अधिक सुरक्षित है। मैं लखनऊवासियों से सोशल-डिस्टेन्सिंग के साथ मेट्रो सेवाओं का इस्तेमाल करने और लखनऊ मेट्रो को एकबार फिर सेवा का मौका देने की अपील करता हूं।”
- नियमित रूप से मेट्रो परिसर और मेट्रो ट्रेनों की विधिवत साफ़-सफ़ाई और सैनिटाइज़ेशन किया जा रहा है।
- परिचालन के दौरान हर मेट्रो ट्रेन की नियमित सफ़ाई होती है और इसके बाद रात में मेट्रो डिपो में भी सभी ट्रेनों की डीप-क्लीनिंग होती है।
- ट्रेन के अंदर यात्रियों के संपर्क में आने वाली जगहों/चीज़ों जैसे कि ग्रैब रेल्स, ग्रैब पोल्स, ग्रैब हैंडल्स, यात्री सीट और दरवाज़े की सतह आदि को भी नियमित अंतराल में सैनिटाइज़ किया जाता है।
- स्टेशन में आमतौर पर यात्रियों के संपर्क में आने वाले सभी स्थानों जैसे कि प्रवेश-निकास द्वार, बैगेज स्कैनर्स, टिकट वेंडिंग मशीन (टीवीएम), एएफ़सी गेट, एस्कलेटर हैंडरेल्स, सीढ़ियों की रेलिंग, लिफ़्ट के बटन, प्लैटफ़ॉर्म पर लगी सीटों आदि को भी नियमितरूप से सैनिटाइज़ किया जाता है।