कोरोना वायरस के कारण प्रतिदिन मृतकों और संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है।न्यूज़ बाइट पर छपी खबर के अनुसार, अभी तक इसका आधिकारिक इलाज नहीं मिलने के कारण लोगों में दहशत फैली हुई है, वहीं भारत में कुछ लोग गोमूत्र और गोबर से इसका इलाज होने का दावा कर लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
पश्चिम बंगाल के हुगली में इसी तरह का भ्रम फैलाकर लोगों को गोमूत्र और गोबर बेच रहे एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इलाज के नाम पर 500 रुपये प्रति लीटर गोमूत्र बेच रहा था आरोपी।
हुगली जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी शेख मबूद अली है। वह मंगलवार को डानकूनी गांव में कोरोना वायरस के उपचार के नाम पर लोगों को 500 रुपय प्रति लीटर के हिसाब से गोमूत्र बेच रहा था।
My colleagues at @JohnsHopkins have informed me that #CowUrine does not ward off the #Coronavirus. If anything, it is a recipe for even more ailments. #India needs science as a guide.#IndiaVsCorona. #CoronavirusInIndia.https://t.co/4Z4wDIuNqG
— Steve Hanke (@steve_hanke) March 14, 2020
इतना ही नहीं, उसने जर्सी गाय के गोमूत्र की कीमत 400 रुपये प्रति लीटर निर्धारित कर रखी थी। उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे चार दिन के लिए जेल भेज दिया गया।
Hindu group cow urine party! #Coronavirus has no chance pic.twitter.com/kuAqv6XwSn
— RT (@RT_com) March 16, 2020
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 295A (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्यों, धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़) और 120B (आपराधिक साजिश रचना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी ने पूछताछ में बताया कि गत 14 मार्च को जोरासांको में भाजपा नेता ने एक गोमूत्र पार्टी आयोजित की थी।
https://twitter.com/ashoswai/status/1239129538732449792?s=20
उसमें कहा गया था कि गोमूत्र व गोबर के नियमित सेवन से कोरोना वायरस जैसी गंभीर बीमारी को दूर किया जा सकता है। उस दौरान लोगों को गोमूत्र भी पिलाया गया था। इसके बाद उसके दिमाग में गोमूत्र और गोबर बेचने का आइडिया आया था और अगले दिन से उसने इसे शुरू कर दिया।
गोमूत्र पार्टी में लोगों को धोखे से गोमूत्र पिलाने के मामले में कोलकाता पुलिस में कार्यरत एक होमगार्ड जवान की शिकायत पर जोराबागन थाने में भी अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
https://twitter.com/ashoswai/status/1239136035730268162?s=20
होमगार्ड जवान ने बताया कि स्थानीय भाजपा नेता की गोमूत्र पार्टी में उन्हें चरणामृत के नाम पर धोखे से गोमूत्र पिलाया गया था। पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड सहिंता की धारा 269, 278 और 114 के तहत मामला दर्ज किया है।
For a population of its size, #India has only reported 113 cases. This is hard to believe. Testing is not widespread, & #Modi's #BJP leaders tout phony treatments like #Homeopathy & #CowUrine. This is a recipe for disaster. #CoronavirusIndia.https://t.co/AJwCdORj4E
— Steve Hanke (@steve_hanke) March 16, 2020
मामले में पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि गोमूत्र बेचना कोई अपराध नहीं है। गोमूत्र का विरोध करने वाले कुछ लोगों ने भी गुप्त रूप से इसका सेवन किया है। उन्होंने खुद भी कई बार इसका सेवन किया है और स्वास्थ्य लाभ के लिए आगे भी करते रहेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि पुलिस की यह कार्रवाई गोमूत्र की बिक्री को रोकने के लिए की गई है, लेकिन लोग इसका सेवन करते रहेंगे।
आपको बता दें कि गत 14 मार्च को भाजपा नेता की ओर से आयोजित गोमूत्र पार्टी में लोगों को गोमूत्र सेवन से कोरोना का उपचार होने की बात कही थी। नेताओं ने भरोसा दिलाने के लिए गोशाला में जाकर सार्वजनिक रूप से गोमूत्र पीया था।
#Coronavirus | Kolkata Police arrested a BJP leader a day after he gave cow urine to drink claiming that this would protect them from contracting Covid-19https://t.co/JEX61fmAOT
— Hindustan Times (@htTweets) March 17, 2020
गत 2 मार्च को असम की भाजपा विधायक सुमन हरिप्रिया ने भी विधानसभा में चर्चा के दौरान गोमूत्र और गोबर के सेवन से कोरोना का इलाज करने का दावा किया था।
उन्होंने कहा था कि गोमूत्र और गोबर के सेवन से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का इलाज किया जा सकता है तो कोरोना का इलाज भी इससे संभव है। आपको बता दें कि भाजपा नेताओं द्वारा पहले भी कई बार गाय की महिमा का गुणगान किया जा चुका हैं।