लखनऊ। राजधानी में एटीएम कार्ड क्लोनिंग व पेटीएम केवाईसी के नाम पर लूट की घटनाएं नहीं थम रही हैं। इस बार ठगों के झांसे में रिटायर रेलकर्मी समेत दस लोगों आ गए हैं। जिनसे ठगों ने तीन लाख रुपए ऐंठ लिए हैं।
ट्रांजेक्शन मैसेज और पासबुक अपडेट कराने पर पीड़ितों को धोखाधड़ी किए जाने की बात पता चली। जिसकी एफआईआर आशियाना, इंदिरानगर, सरोजनीनगर, बंथरा, हसनगंज, महानगर, नाका और पीजीआई कोतवाली में दर्ज कराई गई है।
शारदानगर रुचिखण्ड निवासी प्रीति सिंह का एसबीआई में अकाउंट है। मंगलवार को उनके मोबाइल पर कॉल आई थी। बात करने वाले शख्स ने अपनी पहचान पेटीएम कर्मी के तौर पर दी थी। केवाईसी अपडेट करने का झांसा देकर ठग ने दो बार में उनके खाते से करीब पचास हजार रुपए निकाल लिए। इसी तरह इंदिरानगर निवासी रंजीता त्रिपाठी से 37 हजार, बंथरा बेती निवासी देवेश शुक्ला से 90 हजार और पीजीआई एल्डिको निवासी रितु शर्मा से भी पेटीएम केवाईसी के नाम पर पांच हजार रुपए ठगों ने हड़प लिए।
सरोजनीनगर शमा विहार निवासी सत्येन्द्र प्रताप यादव के डेबिट कार्ड का क्लोन बना कर 37 हजार रुपए निकाले गए। इसी तरह चिल्लावां निवासी कृष्णा कुमार के एटीएम कार्ड का क्लोन बना कर ठगों ने छह हजार रुपए उनके खाते से निकाल लिए। इसके अलावा इंदिरानगर निवासी संगीता के खाते से नौ हजार, महानगर निवासी मोहसिन मियां के खाते से 45 हजार और राजाजीपुरम निवासी प्रसून कमाल के अकाउंट से तीन हजार रुपए निकाल लिए गए।
पीजीआई हिमालयन कॉलोनी निवासी लक्ष्मण प्रसाद रेलवे से रिटायर हुए हैं। गुरुवार को वह उतरठिया स्थित आंध्रा बैंक एटीएम सेंटर गए थे। वह बूथ में मशीन प्रयोग कर रहे थे। उसी दौरान दो युवक वहां आ गए। मशीन से रुपए नहीं निकल रहे थे। इस पर युवकों ने मदद की बात कहते हुए उनका एटीएम कार्ड ले लिया। आरोप है कि बातों में उलझाते हुए युवकों ने उन्हें दूसरा कार्ड थमा दिया और वहां से चलते बने। वहीं, घर पहुंचने पर लक्ष्मण प्रसाद को खाते से 25 हजार रुपए निकाले जाने की जानकारी हुई।