कलाकारों ने अपने अभिनय से दर्शकों को कर दिया मंत्र मुग्ध
महोबा। आदर्श रामलीला समिति के तत्वावधान में चल रही रामलीला का रावण वध, श्रीराम का राज्याभिषेक की लीला के साथ समापन हुआ। समापन अवसर पर कलाकारों ने अपने अभिनय से दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया साथ ही लीला दौरान दर्शकों के जय श्रीराम के उद्घोष से वहां का वातावरण भी राम की भक्ति के भव सागर में डूबा नजर आया। अंत में नगर पंचायत अध्यक्ष ने सभी कलाकारों को सम्मानित कर अपने विचार व्यक्त किए।
कलाकारों ने रावण वध के मंचन में दिखाया कि मेघनाद की मृत्यु के बाद रावण खुद को असहाय महसूस करता है और सोचता है कि अब कौन है जो इस समय मेरी सहायता कर सकता है। तब उसे अपने बेटे पाताल के राजा अहिरावण का ध्यान आता है। रावण अपनी माया शक्ति से अहिरावण को बुलाता है और उसे युद्ध में जाने के लिए कहता है। अहिरावण अपने पिता को कहता है कि आपने एक पराई स्त्री के लिए कुंभकर्ण व मेघनाद जैसे महायोद्धाओं को मृत्य लोक पहुंचा दिया और अब मेरे पास आए हो, लेकिन वह बेटा किस काम का जो मुसीबत के समय काम न आए। इसलिए मैं युद्ध में जरूर जाऊंगा और श्रीराम के हाथों मारे जाने से अच्छी बात मेरे लिए और क्या होगी।
अहिरावण युद्ध में जाता है और मायावी शक्ति से श्रीराम व लक्ष्मण का अपरहण कर पाताल में ले आता है। हनुमान अहिरावण का वध करके राम लक्ष्मण को छुड़ाकर ले आता है। रावण अपने हाथों में युद्ध की कमान संभालते है और श्रीराम व रावण में भयंकर युद्ध होता है। जब बहुत देर तक रावण हार नहीं मानता तो श्रीराम विभीषण से कहते है कि क्या कारण है कि रावण मर नहीं रहा। तब विभीषण करने पर श्रीराम रावण की नाभि में तीर मारकर उसका वध कर दते हैं। रावण वध होते ही समूचा पंडाल जय श्रीराम के जयकारों से गूंज उठता है।
रामलीला के अंतिम दिन आस्था, संस्कृति और कला का अद्भुत संगम नजर आया। विभीषण के राज्याभिषेक से लेकर भगवान राम, सीता और लक्ष्मण के अयोध्या आगमन और भगवान राम के राज्याभिषेक तक, मंचीय दृश्यों ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। जय श्री राम और माता सीता की जय के गूंजते जयकारों ने वातावरण को और भी पवित्र बना दिया। इस मौके नगर पंचायत अध्यक्ष वैभव अरजरिया ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम समय समय पर अवश्य होते रहना चाहिए, जिससे समाज को शिक्षा मिलती है। कहा कि रामलीला मंच तथा किशोर सागर तालाब के सौंदर्य करण का कार्य शीघ्र प्रारंभ होगा। कार्यक्रम में आदर्श रामलीला समिति के अध्यक्ष जागेश्वर प्रसाद यादव के साथ संतोष सुल्लेरे चंद्र नारायण द्विवेदी मृदुल चौबे राजू सोनी पुरुषोत्तम सोनी अरविंद रविंद्र उपाध्याय प्रवीण सुल्लेरे महेन्द्र यादव सभासद मनोज चोबे अनिल अरजरिया सहित तमाम लोग मौजूद रहे।





