नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में जयपुर के एक एक्टिविस्ट को मोबाइल पर बात करना भारी पड़ गया। मुंबई में हो रहे कार्यक्रम में शामिल होकर लौटते समय उबर कैब में एक्टिविस्ट मोबाइल पर अपने साथी से बातें कर रहे थे।
भास्कर डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, इस दौरान देश में हो रहे अलग-अलग प्रदर्शन को लेकर चर्चा की जा रही थी। कैब के चालक ने उनकी बातें सुनी तो पुलिस को बुला लिया। इसके बाद एक्टिविस्ट को पुलिस स्टेशन लाया गया और उनसे पूछताछ की गई। साथ ही उनका मोबाइल भी चेक किया गया।
Last night, poet @Bappadittoh had a scary episode in Mumbai, at the hands of an @Uber driver and @MumbaiPolice cops (see screenshots): a glimpse of scary India under NPR NRC CAA, where every person will be incentivised to suspect & turn in others & police can harass everyone. pic.twitter.com/OOKUB58BxK
— Kavita Krishnan (@kavita_krishnan) February 6, 2020
जयपुर के एक कवि और एक्टिविस्ट बप्पादित्य सरकार 3 फरवरी को मुंबई में हुए एक महोत्सव में शामिल होने गए थे। वहां से बुधवार रात करीब 11 बजे जुहू सिल्वर बीच से कुर्ला के लिए एक उबर कैब बुक की।
रास्ते में अपने दोस्त से सीएए के विरोध में शाहीन बाग सहित देश भर में हो रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर बात करने लगे। साथ ही चर्चा कर रहे थे कि इसे जयपुर में और प्रभावी कैसे बना सकते हैं।
आरोप है कि करीब 20 मिनट बाद चालक रोहित सिंह ने सांताक्रूज पुलिस स्टेशन के बाहर कैब रोक दी।
इसके बाद एटीएम से रुपए निकाल कर आने की बात कहता हुआ उतर गया। थोड़ी देर में दो सिपाहियों को अपने साथ लेकर आया। सरकार ने आरोप लगाया कि सिंह ने कहा कि उसने पूरी बातचीत को मोबाइल पर रिकॉर्ड कर लिया है।
उसने पुलिस को बताया कि ये देश जलाने की बात कर रहे हैं, बोल रहा है मैं कम्युनिस्ट हूं। हम देश को शाहीन बाग बना देंगे। मेरे पास पूरी रिकॉर्डिंग है।
इस पर सरकार ने पुलिस से कहा कि वे रिकॉर्डिंग सुनें, अगर उसमें कोई भी ऐसी बात है, जो मुझे देशद्रोही साबित करती है तो मुझे गिरफ्तार करें।
एक्टिविस्ट सरकार ने आरोप लगाया कि जब उन्होेंने कैब चालक से इस बारे में पूछा कि वह पुलिस लेकर क्यों आया तो उसने जवाब दिया कि तुम देश बर्बाद करोगे और हम देखते रहेंगे?
मैं कहीं और ले जा सकता था तुझे, शुक्र मनाओ कि तुम्हे पुलिस स्टेशन लेकर लाया हूं। सरकार ने कहा कि पुलिस ने उनसे किताबों, कम्युनिज्म, कविताएं, मुंबई बाग, शाहीन बाग को लेकर दो से ढाई घंटे तक पूछताछ की। सा
साथ ही यह भी पूछा कि वह प्रदर्शन के लिए पैसे कहां से लेकर आते हैं। इसके बाद रात करीब 1.30 बजे मुझे छोड़ा गया।
हालांकि मुंबई पुलिस ने इस तरह के सवालों को पूछने से इनकार किया है। कैब चालक उनको लेकर आया था। उनसे सिर्फ बुनियादी सवाल पूछे गए कि वह इतनी रात में कहां जा रहे हैं।
चालक के दावों की पुष्टि की गई, लेकिन मामला गंभीर नहीं देख उन्हें जाने दिया गया। वहीं शिकायत पर उबर इंडिया सपोर्ट ने लिखा, ‘ये चिंता का विषय है।
हम प्राथमिकता पर इस मामले को देखेंगे। हमें डायरेक्ट मैसेज के जरिए वो रजिस्टर्ड डिटेल्स भेज दीजिए, जिससे ट्रिप हुई थी। हमारी सेफ्टी टीम का एक सदस्य जल्द से जल्द आपसे बात करेगा।
एक्टिविस्ट कविता कृष्णन ने बप्पादित्य सरकार के साथ हुई इस घटना के बारे में ट्वीटर पर जानकारी दी है। उन्होंने सरकार के साथ हुई बातचीत के स्क्रीनशॉट पोस्ट किए थे।
इसमें सरकार ने लिखा है, जैसे ही मैं कैब में बैठा, मैंने अपने एक दोस्त को फोन किया और हम अलग-अलग शहरों में प्रदर्शन पर बात कर रहे थे। हम कैसे जयपुर के प्रदर्शन को और असरदार बना सकते हैं।
बात करने के थोड़ी देर बाद उबर ड्राइवर रुका और पूछा कि क्या वो एटीएम जा सकता है, मैंने कहा हां। कुछ मिनटों बाद, वो दो पुलिसवालों के साथ आया।