एमजीयूजी के फार्मेसी संकाय में आरोग्य भारती के सहयोग से संगोष्ठी का आयोजन
गोरखपुर । महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर (एमजीयूजी) के फार्मेसी संकाय में आरोग्य भारती गोरक्ष प्रांत के सहयोग से सोमवार को एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में आरोग्य भारती के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं विश्व आयुर्वेद मिशन के अध्यक्ष डॉ. जीएस तोमर उपस्थित रहे। उन्होंने विकसित भारत के लिए समाज में पंच परिवर्तनों की आवश्यकता पर विस्तृत व्याख्यान दिया।
डॉ. तोमर ने कहा कि सबसे पहले हमें समाज में जाति, वर्ण, क्षेत्र एवं भाषा की विविधता को परे रखकर सामाजिक समरसता लानी होगी। इसके साथ-साथ संतति में संस्कारों के लिए कुटुंब प्रबोधन करना होगा। उन्हें पर्यावरण के महत्व को समझाना होगा। हमारे धर्म शास्त्रों में दस पुत्रों के समान एक वृक्ष बताया गया है। अत: हमें अपनी संतान की तरह वृक्षों का संरक्षण करना सीखना होगा। एक पृथ्वी-एक स्वास्थ्य का सपना पूरा करने के लिए हमें मानव, पशु-पक्षी एवं पर्यावरण तीनों के स्वास्थ्य की चिंता करनी होगी।
उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता ही किसी देश के विकास की आधारशिला है। अत: हमें जहां तक संभव हो भोजन, वस्त्र एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं में स्वदेशी का ही चयन करना चाहिए। इसके अलावा अपने राष्ट्र के सर्वांगीण विकास के लिए हमें नागरिक कर्तव्यों का ज़िम्मेदारी के साथ पालन करना चाहिए। इस प्रकार इन पंच परिवर्तनों के माध्यम से हम विकसित भारत का स्वप्न साकार करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर सकेंगे
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए आरोग्य भारती गोरक्ष प्रांत के अध्यक्ष डॉ. डीपी सिंह ने कहा कि सामाजिक समरसता विकसित भारत की आधारशिला है। गोरक्षप्रांत के सह सचिव डॉ जयंत नाथ ने आरोग्य भारती के विभिन्न प्रकल्पों के बारे में जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में अभ्यागतों का स्वागत फार्मेसी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शशिकांत सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन पीयूष आनन्द एवं धन्यवाद ज्ञापन जूही तिवारी ने किया। इस अवसर पर प्रवीण सिंह, श्रेया मद्धेशिया, पूजा जायसवाल, दिलीप मिश्रा, प्रतीक्षा राय आदि प्राध्यापकों के साथ साथ बीफार्मा के विद्यार्थी उपस्थित रहे।