शक्कर बनाने वाली कंपनीज बलरामपुर चीनी त्रिवेणी इंजीनियरिंग श्री रेनुका डालमिया शुगर बजाज हिंदुस्तान और उत्तम शुगर समेत कई कंपनियों के शेयरों में 15 फीसदी तक की बढ़त देखने को मिली। दरअसल 1 नवंबर से शुरू होने वाले नए इथेनॉल आपूर्ति वर्ष में चीनी मिलों और डिस्टिलरियों को बिना किसी मात्रात्मक प्रतिबंध के इथेनॉल उत्पादन की अनुमति होगी।
शेयर बाजार में शुगर शेयरों (Sugar Shares Soars) ने 2 सितंबर को धूम मचा दी है। शक्कर बनाने वाली कंपनीज, बलरामपुर चीनी, त्रिवेणी इंजीनियरिंग, श्री रेनुका, डालमिया शुगर, बजाज हिंदुस्तान और उत्तम शुगर समेत कई कंपनियों के शेयरों में 15 फीसदी तक की तेजी आ गई है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने 20% इथेनॉल-मिश्रित पेट्रोल (E20) की शुरुआत को चुनौती देने वाली याचिका को खारिज कर दिया, जिससे इथेनॉल-मुक्त पेट्रोल की उपलब्धता लगभग समाप्त हो गई। इस बीच, सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025/26 के लिए गन्ने के रस, सिरप और गुड़ से इथेनॉल उत्पादन पर लगे प्रतिबंध भी हटा दिए, जो शुगर शेयरों में तेजी का कारण बने हैं।
गन्ने की आपूर्ति में गिरावट के बीच, सरकार ने चालू मार्केटिंग ईयर में गन्ने के रस, सिरप और सभी प्रकार के शीरे से इथेनॉल उत्पादन पर प्रतिबंध लगा दिया था। उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने बताया कि 1 नवंबर से शुरू होने वाले नए इथेनॉल आपूर्ति वर्ष में, चीनी मिलों और डिस्टिलरियों को बिना किसी मात्रात्मक प्रतिबंध के इथेनॉल उत्पादन की अनुमति होगी।
कौन-सा शुगर शेयर कितना उछला
-बलरामपुर चीनी मिल्स के शेयर 7 प्रतिशत से ज़्यादा की बढ़त के साथ 580 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गए है।
-श्री रेणुका शुगर्स के शेयर 15.67 प्रतिशत से ज़्यादा की बढ़त के साथ 33.30 रुपये प्रति शेयर पर पहुँच गए।
-बजाज हिंदुस्तान शुगर और गोदावरी बायोरिफाइनरीज़ के शेयरों में 8 प्रतिशत तक की बढ़त दर्ज की गई।
उत्तम शुगर मिल्स के शेयरों में 12 प्रतिशत से ज़्यादा की तेजी आई, जबकि धामपुर शुगर मिल्स और मगध शुगर एंड एनर्जी के शेयर लगभग 10 प्रतिशत तक चढ़ गए।
-त्रिवेणी इंजीनियरिंग के शेयरों में 4.5 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई, जबकि द्वारिकेश शुगर और अन्य शेयरों में लगभग 4 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई।
इथेनॉल के मुद्दे पर सरकार ने क्या कहा
खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग (डीएफपीडी) ने कहा है कि वह चीनी को इथेनॉल में बदलने की प्रक्रिया की समय-समय पर समीक्षा करेगा ताकि साल भर घरेलू स्तर पर इसकी उपलब्धता सुनिश्चित हो सके। यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब नए सीजन में गन्ने की आपूर्ति में तेजी आने की उम्मीद है क्योंकि लगातार दो साल से पर्याप्त मानसूनी बारिश ने किसानों को गन्ने की फसल का रकबा बढ़ाने में मदद की है।
इससे पहले कल, सुप्रीम कोर्ट ने उस याचिका को खारिज कर दिया जिसमें 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल (ईबीपी-20) को देशव्यापी स्तर पर लागू करने को चुनौती दी गई थी।