Wednesday, August 27, 2025
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HomeMarqueeअक्षय धागा के तहत महिला प्रशिक्षुओं को मिला प्रमाणपत्र, खिले चेहरे

अक्षय धागा के तहत महिला प्रशिक्षुओं को मिला प्रमाणपत्र, खिले चेहरे

भानपुर (बस्ती): मिशन वन मिलियन के तहत देश भर से दस लाख महिलाओं को विभिन्न तरह के स्किल ट्रेनिंग प्रदान किये जाने की दिशा में किये जा रहे प्रयास के तहत मुंबई की संस्था अक्षय शक्ति वेलफेयर एसोसियेशन द्वारा युवा विकास समिति व रूरल अवेयरनेस फॉर कम्युनिटी इवोलूशन के स्थानीय संयोजन में भानपुर नगर पंचायत क्षेत्र के सोनहा डाकबंगले पर अक्षयधागा स्किल प्रोजेक्ट के तहत संचालित किये जा रहे सिलाई कटाई और रेडीमेड गारमेंट की प्रशिक्षण प्राप्त 30 महिला प्रशिक्षुओं को मंगलवार को प्रमाण-पत्र का वितरण किया गया।

प्रमाण-पत्र का वितरण नेशनल एसोसिएशन ऑफ़ यूथ के अध्यक्ष भावेश पांडेय एवं भाजपा जिला कार्य समिति सदस्य नितेश शर्मा के हाथों वितरित किया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि भविष्य पांडेय ने अपने संबोधन में कहा कि स्कोर्पियो के सहयोग से संचालित अक्षय धागा स्किल सेंटर द्वारा जगदीशपुर नौगढ़वा में संचालित प्रशिक्षण के सफल प्रशिक्षुओं को प्रमाणपत्र प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण युवतियों और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और नए फैशनेबल सिलाई-कढ़ाई के गुर सिखाना है। ताकि ये लोग अपने परिवार का भरण-पोषण कर सके। साथ ही समाज की मुख्यधारा में शामिल होकर देश के विकास में सक्रिय भूमिका निभा सके।

भाजपा जिला कार्य समिति सदस्य नितेश शर्मा ने कहा कि इस तरह के ट्रेनिंग से महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण सोपान जुड़ता है। जिससे असमानता को समाप्त करने में सहायता मिलती है। उन्होंने सभी प्रशिक्षित महिलाओं को उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना भी की। युवा विकास समिति के सचिव बृहस्पति पांडेय ने सभी प्रशिशुओं को समाज, परिवार और खुद की आमदनी बढ़ाने के लिए रेडीमेड गारमेन्ट्स मेंकिंग हुनरमंद होने पर शुभकामना दी। उन्होंने कहा कि संस्था आगे भी इस दिशा में कार्य करती रहेगी।

कार्यक्रम समंवयक प्रशांत द्विवेदी ने कहा कि इस ट्रेनिंग में ऐसे कपड़ों को सिलना सिखाया गया जिसकी फैशन इंडस्ट्री में ज्यादा मांग है। बताया की इस ट्रेनिंग के दौरान महिलाओं और पुरुषों के कपड़ो की कटिंग, सिलना सिखाया गया. इसके बाद कपड़े के पर्स, बैग के अलावा अन्य कपड़े से निर्मित आयटम बनाना भी सिखाया गया। उन्होंने नें सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी महिलाओं और लडकियों के उज्जवल भविष्य की कामना की। इस अवसर प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली समस्त लड़कियां और महिलाएं मौजूद रहीं।

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