जांच और सेवामुक्ति के विरोध में बहिष्कार की दी चेतावनी
डुमरियागंज सिद्धार्थनगर। डुमरियागंज ब्लॉक इकाई के ग्राम रोजगार सेवक वेलफेयर एसोसिएशन उ०प्र० ने शुक्रवार को प्रशासन के खिलाफ एक बड़ा मोर्चा खोल दिया है। तहसील प्रांगण में स्थानीय इकाई के लोगों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए उप जिलाधिकारी को मांग पत्र सौपा। जिसमे उन्होंने आरोप लगाया है कि रोजगार सेवकों को विधानसभा और लोकसभा चुनाव के साथ-साथ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बीएलओ और क्रॉप सर्वे जैसे गैर-सरकारी काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। इसके अलावा, सेवा से हटाने और झूठी एफ.आई.आर. दर्ज करने की धमकी देकर उनका उत्पीड़न किया जा रहा है।
एसोसिएशन के जिला प्रभारी सदानन्द यादव और जिला महामंत्री अमरेश यादव द्वारा उपजिलाधिकारी को सौपे गए मांग पत्र में बताया गया है कि हाल ही में मनरेगा की रोजगार सेविका श्रीमती कृष्णावती चौधरी पर वोटरलिस्ट से नाम काटने का निराधार आरोप लगाकर उन्हें सेवामुक्ति की धमकी दी गई और एफ.आई.आर. भी दर्ज कराई गई। एसोसिएशन का कहना है कि यह कार्य लेखपालों के अधिकार क्षेत्र में आता है, फिर भी रोजगार सेवकों पर जबरदस्ती थोपा जा रहा है।
इस उत्पीड़न के विरोध में, एसोसिएशन ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि रोजगार सेवकों के खिलाफ चल रही जांच को रोका नहीं गया, एफ.आई.आर. वापस नहीं ली गई, और क्रॉप सर्वे का काम उन पर नहीं थोपा गया, तो वे 28 अगस्त, 2025 से समस्त विकास खंडों में अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करेंगे। एसोसिएशन ने स्पष्ट किया है कि इस आंदोलन से उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति की पूरी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी।
एसोसिएशन ने उपजिलाधिकारी से इस मामले में हस्तक्षेप कर श्रीमती कृष्णावती चौधरी पर लगे आरोपों की उच्चस्तरीय जांच कराने और रोजगार सेवकों का उत्पीड़न रोकने का आग्रह किया है। इस विरोध प्रदर्शन से ग्रामीण विकास कार्यों पर असर पड़ने की संभावना है, जिससे प्रशासन पर इस मामले को जल्द से जल्द सुलझाने का दबाव बढ़ गया है।